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छत्तीसगढ़ के भिलाई जिले में माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) की बोर्ड परीक्षाएं 1 मार्च से शुरू होने जा रही हैं। इसमें कक्षा 10वीं और 12वीं के अलावा इस साल कक्षा 5वीं और 8वीं की परीक्षाएं भी बोर्ड पैटर्न पर होंगी। इसके लिए लोक शिक्षण संचालनालय ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों (DEO) को निर्देश जारी किए हैं।
कम रिजल्ट पर होगी कार्रवाई
अगर सरकारी स्कूलों का रिजल्ट 30% से कम आता है, तो इसकी पूरी जिम्मेदारी जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) की होगी। परीक्षा परिणाम खराब होने पर डीईओ, बीईओ, स्कूल प्राचार्य और शिक्षकों पर कार्रवाई तय है। मुख्यमंत्री ने साफ कहा है कि ऐसे मामलों में सख्त कदम उठाए जाएंगे। वहीं, अच्छे रिजल्ट लाने वाले शिक्षकों को सम्मानित किया जाएगा।
स्कूलों को बेहतर बनाने की योजना
- यदि कोई दानदाता स्कूल में निर्माण कार्य के लिए दान देना चाहता है, तो उस कक्ष में उनके नाम की पट्टिका लगाई जाएगी।
- पूर्व छात्रों (एलुमनी) की मदद से स्कूलों के शैक्षिक और भौतिक सुधार की कोशिश की जाएगी।
- स्कूल प्राचार्य और डीईओ, कंपनियों की मदद से CSR फंड के जरिए स्कूलों के नवीनीकरण और नए निर्माण कराएंगे।
- विद्यार्थियों के लिए करियर काउंसलिंग और प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग की व्यवस्था की जाएगी।
बच्चों की यूनिफॉर्म और हाईजीन पर ध्यान
सरकारी स्कूलों में बच्चों को मिलने वाली यूनिफॉर्म के रंग और गुणवत्ता में सुधार के निर्देश दिए गए हैं। पालकों को बच्चों की स्वच्छता और हाईजीन मेंटेन रखने के लिए प्रेरित किया जाएगा। नए सत्र की शुरुआत से पहले गणवेश का वितरण करने के निर्देश दिए गए हैं।
नशे में आने वाले शिक्षकों पर सख्त कार्रवाई
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने स्कूल शिक्षा में सुधार के लिए उच्च अधिकारियों की बैठक की। उन्होंने साफ निर्देश दिए हैं कि शराब पीकर स्कूल आने वाले, गुटखा या तंबाकू का सेवन करने वाले शिक्षकों पर सख्त कार्रवाई होगी। ऐसे शिक्षकों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति देने की भी बात कही गई है।