दुर्ग जिले में सरकारी स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था चिंता का विषय बन गई है। हाल ही में हुई कक्षा 10वीं और 12वीं की प्री-बोर्ड परीक्षाओं के नतीजों ने सभी को हैरान कर दिया है।
प्री-बोर्ड में 10वीं और 12वीं के हजारों छात्र फेल
कक्षा 10वीं की प्री-बोर्ड परीक्षा में 11,287 बच्चों ने हिस्सा लिया, जिनमें से 3,746 छात्र फेल हो गए। यह कुल संख्या का 33.19% है। इसी तरह, कक्षा 12वीं में 8,763 बच्चों में से 3,157 बच्चे पास नहीं हो सके।
कमजोर बच्चों के लिए विशेष कक्षाओं की तैयारी
1 मार्च से बोर्ड परीक्षाएं शुरू होने वाली हैं, लेकिन प्री-बोर्ड के नतीजों से शिक्षा विभाग की चिंता बढ़ गई है। जिले की 31 सरकारी स्कूलों का रिजल्ट बहुत खराब रहा है। इसे सुधारने के लिए शिक्षा विभाग ने प्रश्नबैंक और अतिरिक्त कक्षाएं शुरू करने की बात कही है। हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि कितने स्कूलों में कमजोर बच्चों के लिए रेमेडियल क्लासेस लगाई जाएंगी।
शिक्षकों को दिए गए निर्देश
अधिकारियों का कहना है कि सभी शिक्षकों को निर्देश दिए गए हैं कि वे कमजोर बच्चों पर विशेष ध्यान दें। बच्चों को न्यूनतम सिलेबस के आधार पर तैयार किया जाएगा, ताकि वे बोर्ड परीक्षा में पास हो सकें।
बोर्ड परीक्षाओं की तारीखें घोषित
छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल ने 2025 की बोर्ड परीक्षाओं का टाइम-टेबल जारी कर दिया है।
- कक्षा 12वीं की परीक्षाएं 1 मार्च से शुरू होंगी।
- कक्षा 10वीं की परीक्षाएं 3 मार्च से शुरू होंगी।
परीक्षा सुबह 9 बजे से दोपहर 12:15 बजे तक होगी।
दुर्ग में 25,987 छात्र देंगे बोर्ड परीक्षा
इस साल दुर्ग जिले की सरकारी स्कूलों से 25,987 छात्र 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं देंगे। करीब 2,000 छात्र निजी स्कूलों और स्वाध्यायी रूप से परीक्षा में शामिल होंगे। जिले में परीक्षा केंद्रों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी और तीन नए परीक्षा केंद्र बनाने का प्रस्ताव भेजा गया है।
बोर्ड परीक्षा की तारीखें नजदीक हैं, ऐसे में शिक्षा विभाग बच्चों के प्रदर्शन को सुधारने के लिए तेजी से प्रयास कर रहा है।