सिंचाई के पानी की मांग पर किसानों का प्रदर्शन
बीकानेर और श्रीगंगानगर जिले के किसान इंदिरा गांधी नहर परियोजना में पानी की कमी से परेशान होकर सड़कों पर उतर आए। सिंचाई के लिए पानी की मांग को लेकर किसानों ने बीकानेर, खाजूवाला, लूणकरणसर, छतरगढ़, घड़साना, पूगल और बज्जू समेत कई इलाकों में प्रदर्शन किया और हाईवे जाम कर दिया।
किसानों की मुख्य मांगें
- इंदिरा गांधी नहर परियोजना के पहले चरण के किसानों को जल्द से जल्द सिंचाई के लिए पानी दिया जाए।
- नहर की मरम्मत और जल प्रबंधन में सुधार किया जाए ताकि पानी की कमी बार-बार न हो।
- फसलों की बर्बादी से बचाने के लिए किसानों को मुआवजा दिया जाए।
चक्का जाम और किसान नेता
संयुक्त किसान मोर्चा के नेता लालचंद भादू, डॉ. राजेंद्र मूंड और महीपाल सारस्वत ने बताया कि घड़साना से लूणकरणसर तक कई जगहों पर चक्का जाम है। 13 एमडी टोल नाका, रामसिंहपुर, सलेमपुरा, पीपेरा, जामसर और खाजूवाला में किसान सड़कों पर डटे हुए हैं। किसानों ने कहा कि सरकार उनकी मांगों को नजरअंदाज कर रही है, इसलिए वे विरोध कर रहे हैं।
किसानों की चेतावनी
किसान नेताओं ने कहा कि वे अहिंसक तरीके से आंदोलन कर रहे हैं और टकराव नहीं चाहते, लेकिन अगर सरकार ने तुरंत पानी नहीं छोड़ा तो आंदोलन और बढ़ेगा।
सुरक्षा के इंतजाम
प्रदर्शन को देखते हुए 4 एडिशनल एसपी, 10 डीएसपी और 500 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। डीआईजी गौरव यादव खुद हालात पर नजर रख रहे हैं।
किसानों की फसलों पर खतरा
पश्चिमी राजस्थान के किसान चना, गेहूं, सरसों और इसबगोल की खेती करते हैं, लेकिन पानी की कमी से फसलें सूखने की कगार पर हैं। किसानों का कहना है कि अगर जल्द पानी नहीं मिला तो उनकी सालभर की मेहनत बर्बाद हो जाएगी।