भोपाल: सौरभ शर्मा केस को लेकर कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की और मध्य प्रदेश सरकार और जांच एजेंसियों पर गंभीर आरोप लगाए।
सरकार सौरभ शर्मा को बचा रही है – सिंघार
सिंघार ने कहा कि आरटीओ के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा और उसके साथियों पर ईडी की रिमांड चल रही है, लेकिन सरकार उन्हें बचाने में लगी है। उन्होंने सवाल उठाए कि:
- 40 दिन फरार रहने के दौरान सौरभ शर्मा कहां था और उसे किसने मदद की?
- सौरभ की कॉल डिटेल क्यों नहीं बताई जा रही?
उन्होंने कहा कि कॉल डिटेल से नेता और अधिकारी बेनकाब हो सकते हैं।
भ्रष्टाचार के आरोप
सिंघार ने आरोप लगाया कि परिवहन विभाग से हर महीने 2 करोड़ रुपए एक केंद्रीय मंत्री को दिए जाते थे। उन्होंने मंत्री गोविंद राजपूत पर आरोप लगाया कि उन्होंने पूरे रैकेट को संभाला हुआ है।
संपत्तियों पर बड़ा खुलासा
सिंघार ने दावा किया कि:
- हर साल 1500 करोड़ रुपए की कमाई होती थी।
- मंत्री गोविंद राजपूत ने 2019 से 2024 के बीच 400 करोड़ की संपत्ति पत्नी और बच्चों के नाम खरीदी।
- 200 करोड़ की संपत्ति सास और रिश्तेदारों के नाम पर ली।
- 2023 में 134 करोड़ की संपत्ति का ब्यौरा छुपाया गया।
काली कमाई का खेला – ज्ञान वीर समिति
सिंघार ने कहा कि गोविंद राजपूत ने ज्ञान वीर समिति के नाम से काली कमाई का खेल किया। इस समिति में उन्होंने अपनी पत्नी और बेटे को शामिल किया और रिश्तेदारों की जमीनें दान कराई।
सिंघार ने दिल्ली की डिफेंस कॉलोनी और सहारा की जमीन की खरीद को लेकर भी सबूत दिखाए।