बागेश्वर धाम सरकार आचार्य धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने वृन्दावनवासियों से हाथ जोड़कर माफी मांगी है। कुछ दिन पहले उन्होंने प्रेमानंद जी महाराज की पदयात्रा का विरोध करने वालों को दानव कहा था, जिससे विवाद बढ़ गया था।
क्यों मांगी माफी?
धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर कहा, “ब्रजवासी मेरे प्राण हैं। मैं हाथ जोड़कर और दंडवत होकर माफी मांगता हूं कि किसी के मन में कोई गलत भावना न आए।”
क्या है पूरा मामला?
- वृन्दावन में प्रेमानंद महाराज की रात्रि पदयात्रा के दौरान तेज आवाज में बजने वाले भजनों और ढोल-नगाड़ों पर स्थानीय लोगों ने आपत्ति जताई थी।
- इस कारण प्रेमानंद महाराज ने रात्रि पदयात्रा को अनिश्चितकाल के लिए रद्द कर दिया।
- इस पर कई संतों और भक्तों ने प्रतिक्रिया दी, लेकिन धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री की टिप्पणी से विवाद बढ़ गया।
धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने क्या कहा था?
- महिलाओं के विरोध के बाद जब पदयात्रा स्थगित हुई, तो धीरेन्द्र शास्त्री ने कहा था,
“यदि आप साधु के भजन पर रोक लगाते हैं, तो आप इंसान नहीं हो सकते। ऐसे लोगों को वृन्दावन छोड़कर दिल्ली चले जाना चाहिए।”
अब क्या कहा?
- विवाद बढ़ने पर शास्त्री जी ने कहा,
“मेरा मकसद किसी को ठेस पहुंचाना नहीं था। अगर किसी को बुरा लगा, तो मैं माफी चाहता हूं।”
इस माफी के बाद अब मामला शांत होता दिख रहा है, लेकिन सोशल मीडिया पर लोग अभी भी इस पर चर्चा कर रहे हैं।