कोंडागांव में एक छठी कार्यक्रम में भोजन करने से फूड पॉइजनिंग का मामला सामने आया है। इसमें दो दर्जन से ज्यादा लोग बीमार हो गए, जिनमें कई बच्चे भी शामिल हैं। इस हादसे में 8 साल की बच्ची की मौत हो गई है।
मंत्री केदार कश्यप पहुंचे अस्पताल
- शुक्रवार सुबह, मंत्री केदार कश्यप ने जिला अस्पताल कोंडागांव पहुंचकर बीमार बच्चों और अन्य मरीजों से मुलाकात की।
- उन्होंने डॉक्टरों को मरीजों के बेहतर इलाज के निर्देश दिए और परिजनों से भी बातचीत की।
अस्पताल में 14 मरीज भर्ती
- सिविल सर्जन डॉ. सी.आर. ठाकुर ने बताया कि फिलहाल 14 मरीज अस्पताल में भर्ती हैं और सभी की हालत खतरे से बाहर है।
- एक-दो दिन में उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी।
कैसे हुई फूड पॉइजनिंग?
- मामला हंगवा गांव का है, जहां छठी कार्यक्रम में चिकन-मटन खाने से दो दर्जन से ज्यादा लोग बीमार हो गए।
- इसमें से एक 8 साल की बच्ची की मौत हो गई और बाकी का इलाज जारी है।
प्रशासन गंभीर, जांच जारी
- प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और जांच शुरू कर दी है।
- सीएमएचओ डॉ. आर.के. सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता अभियान शुरू कर दिया है।
डॉक्टरों ने कहा- स्थिति में सुधार
- सिविल सर्जन डॉ. ठाकुर ने बताया कि सभी मरीजों की हालत में सुधार हो रहा है।
- अंतू राम, जिनकी स्थिति गंभीर थी, अब उनकी सेहत में भी सुधार है।
- मरीजों को पूरी तरह स्वस्थ होने के बाद ही अस्पताल से छुट्टी दी जाएगी।
स्वास्थ्य विभाग की टीमों की कार्रवाई
- मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने हंगवा गांव में प्रभावित परिवारों से मुलाकात की।
- घर-घर जाकर जांच की जा रही है, ताकि भोजन करने वाले सभी लोगों की स्थिति का पता लगाया जा सके।
कोंडागांव प्रशासन ने जांच तेज कर दी है और लापरवाही मिलने पर कार्रवाई की बात कही है।