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टीकमगढ़: सड़क हादसों को रोकने के लिए शुरू किया गया ‘नो हेलमेट, नो पेट्रोल’ अभियान अब बेअसर हो गया है। पेट्रोल पंपों पर बिना हेलमेट के ही पेट्रोल दिया जा रहा है, जिससे नियम पूरी तरह फेल होता नजर आ रहा है। पुलिस भी शुरुआती सख्ती के बाद सुस्त हो गई है, जिससे लोग बिना हेलमेट पेट्रोल लेने और सड़क पर चलने में बेफिक्र हो गए हैं।
पेट्रोल पंपों पर नहीं हो रही रोक-टोक
- शहर में 13 पेट्रोल पंप हैं, जहां अब बिना हेलमेट पेट्रोल मिल रहा है।
- पत्रिका टीम ने सुबह 11:30 बजे से दोपहर 1:42 बजे तक जांच की, तो कोई सख्ती नहीं दिखी।
- कुछ बाइक सवार हेलमेट पहनकर आए, जबकि कुछ ने हेलमेट बाइक पर ही लटका रखा था।
- पहले सख्ती थी, लेकिन अब नियम लागू नहीं किया जा रहा।
- पेट्रोल पंप कर्मचारियों का कहना है कि अगर हेलमेट के बिना पेट्रोल न दें तो बिक्री कम हो जाएगी।
बिना हेलमेट दुर्घटनाओं के डरावने आंकड़े
- सड़क हादसों की संख्या लगातार बढ़ रही है, जिसका मुख्य कारण हेलमेट और सीट बेल्ट न लगाना है।
- 2024 में 385 सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें 131 लोगों की मौत हो गई।
- 2023 में 387 सड़क हादसे हुए थे, जिनमें 119 लोगों की जान गई थी।
- अधिकतर मौतें हेलमेट न पहनने के कारण हुई हैं।
वाहनों और सड़क सुरक्षा से जुड़े आंकड़े
- जिले में कुल पंजीकृत वाहन: 2,52,786
- जिले में दोपहिया वाहन: 2,15,655
- मोटर कार और ऑटो: 9,584
- साल-दर-साल सड़क हादसों के आंकड़े:
वर्ष | दुर्घटनाएं | मौतें |
---|---|---|
2019 | 450 | 129 |
2020 | 365 | 101 |
2021 | 361 | 141 |
2022 | 421 | 152 |
2023 | 387 | 119 |
2024 | 385 | 131 |
पुलिस का क्या कहना है?
टीकमगढ़ एसपी मनोहर सिंह मंडलोई ने कहा कि यह एक अच्छा अभियान था और इसे दोबारा शुरू किया जाएगा। जल्द ही सभी पेट्रोल पंपों को सख्त निर्देश दिए जाएंगे कि बिना हेलमेट पेट्रोल न दिया जाए।
निष्कर्ष
सड़क हादसों को कम करने के लिए हेलमेट जरूरी है, लेकिन पेट्रोल पंपों पर इसका पालन नहीं हो रहा। अगर पुलिस और प्रशासन फिर से इस नियम को लागू करें, तो सड़क हादसों और मौतों की संख्या में कमी आ सकती है।