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प्रयागराज में महाकुंभ 2025 अब समाप्ति की ओर बढ़ रहा है। तीनों अमृत स्नान पूरे हो चुके हैं, और अखाड़े अपने गंतव्य को लौट रहे हैं। हालांकि, 26 फरवरी तक महाकुंभ जारी रहेगा, और श्रद्धालु अभी भी प्रयागराज पहुंच रहे हैं। अब सभी की नजरें अगले कुंभ मेले पर टिकी हैं। हर कोई जानना चाहता है कि अगला कुंभ कब और कहां होगा। आइए जानते हैं पूरी जानकारी।
अगला कुंभ कहां लगेगा?
महाकुंभ भारत का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है, जिसमें देश-विदेश से करोड़ों श्रद्धालु शामिल होते हैं। यह मेला हर 12 साल में एक बार आयोजित किया जाता है। मान्यता है कि कुंभ में स्नान करने से सभी पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
चार जगहों पर होता है कुंभ का आयोजन
कुंभ मेले का आयोजन चार प्रमुख स्थानों पर किया जाता है:
- प्रयागराज (गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम पर)
- हरिद्वार (गंगा नदी के तट पर)
- उज्जैन (शिप्रा नदी के किनारे)
- नासिक (गोदावरी नदी के तट पर)
अगला कुंभ मेला 2027 में नासिक में गोदावरी नदी के तट पर आयोजित होगा। इससे पहले 2015 में नासिक में कुंभ मेला जुलाई से सितंबर के बीच हुआ था।
कुंभ मेले का आयोजन कैसे होता है?
- हर 3 साल में प्रयागराज, हरिद्वार, उज्जैन और नासिक में कुंभ मेले का आयोजन किया जाता है।
- हर 6 साल में अर्धकुंभ मेला प्रयागराज और हरिद्वार में आयोजित होता है।
- हर 12 साल में पूर्ण कुंभ मेला प्रयागराज में होता है।
- 12 कुंभ मेले पूरे होने के बाद महाकुंभ मेले का आयोजन किया जाता है।
इस तरह, अगला बड़ा कुंभ मेला 2027 में नासिक में होगा, और 2033 में हरिद्वार में लगेगा।