राजस्थान सरकार के बजट में सवाईमाधोपुर जिले को कई सौगातें दी गई हैं। खासतौर पर त्रिवेणी संगम के विकास की घोषणा से यहां धार्मिक और वन्यजीव पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
त्रिवेणी संगम और रामेश्वरधाम का विकास
✅ रामेश्वर घाट को त्रिवेणी संगम के रूप में विकसित किया जाएगा।
✅ इसके लिए 65 करोड़ रुपए का बजट तय किया गया है।
✅ त्रिनेत्र गणेश मंदिर का जीर्णोद्धार होगा और भूरी पहाड़ी को डेजर्ट टूरिज्म के रूप में विकसित किया जाएगा।
✅ संगम पर अलग से घाट बनाया जाएगा, जिससे पर्यटन और धार्मिक गतिविधियां बढ़ेंगी।
त्रिवेणी संगम की खासियत
🔹 यह संगम रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान से 65 किमी दूर है।
🔹 यहाँ चंबल, बनास और सीप नदियों का मिलन होता है।
🔹 संगम के सामने मध्यप्रदेश का रामेश्वरधाम मंदिर स्थित है।
🔹 श्रद्धालुओं को नाव के जरिए मंदिर तक पहुंचने की सुविधा दी जाएगी।
परशुराम घाट से त्रिवेणी संगम तक होगा विस्तार
📌 परशुराम घाट से त्रिवेणी संगम तक सड़क बनाई जाएगी, जिससे श्रद्धालुओं की यात्रा आसान होगी।
📌 यहाँ दो नए घाट बनाए जाएंगे, जिससे धार्मिक और पर्यटन गतिविधियां बढ़ेंगी।
📌 पर्यटकों के लिए पार्क और नौका संचालन की सुविधा भी विकसित की जाएगी।
संगम में पर्यटन की अपार संभावनाएं
🌿 सर्दियों में यहां कई देशी-विदेशी पक्षी आते हैं।
🐊 नदी में घड़ियाल, मगरमच्छ और मछलियां देखी जा सकती हैं।
⛵ यहां नौकायन केंद्र भी विकसित किया जा सकता है।
🛕 संगम के पास स्थित ‘तपोवन’ भी श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बनेगा।
खंडार किले में भी बढ़ेगा पर्यटन
🏰 सरकार ने खंडार किले को हेरिटेज टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने की योजना बनाई है।
🔹 इससे रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।
🔹 पर्यटक रणथंभौर पार्क, खंडार किला, रामेश्वरधाम और घड़ियाल अभयारण्य का आनंद ले सकेंगे।
🔹 किले में स्थित सात कुण्ड, जयंती माता मंदिर, नृसिंहधार हनुमान मंदिर, हवामहल और झरोखा पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनेंगे।
निष्कर्ष
सरकार के इस बजट से सवाईमाधोपुर में धार्मिक और वन्यजीव पर्यटन को नई दिशा मिलेगी। इससे पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी और स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। 🚀