अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के मौके पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने भजनलाल सरकार से एक अहम मांग की है। उन्होंने इस मांग के लिए उत्तर प्रदेश सरकार का उदाहरण दिया।
मातृभाषा का सम्मान जरूरी
अशोक गहलोत ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट X पर लिखा कि अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर सभी को शुभकामनाएं। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति की मातृभाषा उसे उसकी संस्कृति, पहचान और परंपराओं से जोड़ती है, इसलिए इसका सम्मान और संरक्षण बहुत जरूरी है।
स्थानीय भाषा को आधिकारिक दर्जा देने की मांग
गहलोत ने सुझाव दिया कि राजस्थान सरकार भी यूपी सरकार की तरह संविधान के अनुच्छेद 345 के तहत स्थानीय भाषा को आधिकारिक भाषा का दर्जा देने पर विचार करे।
राजस्थानी भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल करने की अपील
गहलोत ने राजस्थानी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की भी मांग दोहराई। उन्होंने बताया कि अगस्त 2003 में उनकी सरकार ने राजस्थान विधानसभा में एक प्रस्ताव पारित कर इसे केंद्र सरकार को भेजा था।
गहलोत ने सरकार से अपील की कि वह मातृभाषा के सम्मान और संरक्षण के लिए ठोस कदम उठाए।