पाटन, छत्तीसगढ़: नवागांव में पंचायत चुनाव के बाद पुलिस ने ग्रामीणों पर लाठीचार्ज किया, जिससे करीब 20 लोगों को चोट लगी। घायलों को गाड़ियों में भरकर पाटन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया।
क्या है मामला?
- 20 फरवरी को नवागांव में पंचायत चुनाव हुआ।
- मतगणना के बाद रात 8:30 बजे ग्रामीण मतदान केंद्र के बाहर खड़े थे।
- अचानक पुलिस आई और बिना पूछताछ लाठीचार्ज कर दिया।
- इससे कई महिलाओं और पुरुषों को सिर, हाथ और पैर में चोटें आईं।
- पुलिस का कहना है कि ग्रामीण कानून व्यवस्था तोड़ रहे थे और मतगणना अधिकारियों को बाहर नहीं निकलने दे रहे थे।
- पुलिस ने भीड़ को हटाने के लिए हल्का बल प्रयोग किया।
घायलों का इलाज
- घायल नरेश वर्मा, लोकेश वर्मा, नारद वर्मा, ईश्वर धीवर, बीरेंद्र वर्मा, दशरथ वर्मा, यशवंत वर्मा, सुनील यादव, राकेश यादव सहित अन्य को अस्पताल भेजा गया।
गांव में आक्रोश, ग्रामीणों ने सौंपा ज्ञापन
- 21 फरवरी को 200 से अधिक ग्रामीण चार ट्रैक्टरों में भरकर एसडीएम कार्यालय पहुंचे।
- ग्रामीणों ने मांग की कि लाठीचार्ज का आदेश किसने दिया, इसकी जांच हो।
- 23 फरवरी को पंचायत चुनाव के तीसरे चरण की तैयारी के कारण कोई अधिकारी कार्यालय में नहीं था।
- ग्रामीणों ने अतिरिक्त तहसीलदार ममता को ज्ञापन सौंपा, जिन्होंने एसडीएम तक बात पहुंचाने का आश्वासन दिया।
ज्ञापन सौंपने वाले प्रमुख लोग
- लक्ष्मी नारायण वर्मा, बलदाऊ वर्मा, सतवंतिन यादव, रेखराम वर्मा, मंगलू वर्मा।
- भाजपा पाटन मंडल अध्यक्ष रानी बंछोर, सांसद प्रतिनिधि राजा पाठक, मध्य पाटन मंडल महामंत्री अखिलेश मिश्रा भी मौजूद थे।
क्या कहती है पुलिस?
- एसडीओपी अनूप कुमार लकड़ा ने बताया कि मतगणना अधिकारियों की सुरक्षा के लिए भीड़ को हटाया गया।
- पुलिस ने किसी पर लाठीचार्ज नहीं किया, बल्कि भीड़ को तितर-बितर किया।
ग्रामीणों की नाराजगी बनी हुई है, अब देखना होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कार्रवाई करता है।