प्रयागराज में चल रहा महाकुंभ 2025 महाशिवरात्रि के दिन अंतिम स्नान के साथ समाप्त होगा। इस पवित्र अवसर पर देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए प्रयागराज पहुंच रहे हैं। अब तक 60 करोड़ से अधिक लोग गंगा में डुबकी लगाकर पुण्य लाभ ले चुके हैं।
विदेशी श्रद्धालुओं का अनुभव
जापान से आईं श्रद्धालु अकीको ने कहा कि महाकुंभ में आकर वह बेहद रोमांचित महसूस कर रही हैं। उन्होंने इतने बड़े स्तर पर आस्था का संगम देखकर आश्चर्य जताया और कहा कि गंगा में स्नान करने से उन्हें शांति और आनंद मिला।
अकीको ने आगे बताया, “10 दिन पहले तक मुझे महाकुंभ के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी, लेकिन मेरे दोस्तों ने यहां आने की सलाह दी। इस ऐतिहासिक आयोजन में लाखों लोगों को एक साथ देखना मेरे लिए अविस्मरणीय अनुभव है। यहां की ऊर्जा प्रेरणादायक है।”
जापान के टोक्यो से आए श्रद्धालु ताकाहितो ओकामोटो ने कहा, “मैं पहली बार महाकुंभ में आया हूं और यह देखकर बहुत उत्साहित हूं कि इतनी बड़ी संख्या में लोग यहां इकट्ठा हुए हैं। मुझे यहां बहुत शांति मिल रही है। मैं सिर्फ यही कहूंगा कि मुझे भारत से प्यार है।”
महाशिवरात्रि पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर अंतिम स्नान को सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने के लिए प्रशासन ने विशेष प्रबंध किए हैं।
🔹 25 फरवरी 2025 को दोपहर 4:00 बजे से मेला क्षेत्र नो-व्हीकल जोन घोषित किया गया है।
🔹 शाम 6:00 बजे से पूरे प्रयागराज शहर में भी नो-व्हीकल जोन लागू कर दिया जाएगा।
यह कदम इसलिए उठाया गया है ताकि श्रद्धालुओं को स्नान और दर्शन में कोई असुविधा न हो और मेला शांतिपूर्वक संपन्न हो सके।