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राजस्थान सरकार ने दौसा जिले की 6 पात्र गौशालाओं को 46.44 लाख रुपये की सहायता राशि देने की मंजूरी दी है। यह राशि जल्द ही गौशालाओं के खातों में ट्रांसफर की जाएगी।
गौशालाओं के लिए वित्तीय सहायता
गोपालन मंत्री जोराराम कुमावत ने विधानसभा में बताया कि दौसा जिले में कुल 23 पंजीकृत गौशालाएं हैं, जहां 1701 गौवंश का पालन हो रहा है।
- वित्तीय वर्ष 2023-24 के दूसरे चरण में 5 गौशालाओं को 47 लाख रुपये की सहायता मिली थी।
- 2024-25 के पहले चरण में 6 गौशालाओं के लिए 46.44 लाख रुपये मंजूर किए गए हैं।
गौवंश संरक्षण के लिए सरकार की योजनाएं
मंत्री ने बताया कि राजस्थान में कुल 1.39 करोड़ गौवंश हैं, जिनमें से 15 लाख गौवंश गौशालाओं में रहते हैं। पूरे प्रदेश में 4140 पंजीकृत गौशालाएं हैं। 2024-25 में 3043 पात्र गौशालाओं को 156.98 करोड़ रुपये की मदद दी गई है।
नंदीशाला और पशु आश्रय स्थल खोलने की योजना
- ग्रामीण और शहरी इलाकों में निराश्रित गौवंश के लिए नंदीशाला खोलने की योजना बनाई जा रही है।
- इसके लिए 1.56 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।
- हर पंचायत में पशु आश्रय स्थल भी खोले जाएंगे।
- इन योजनाओं में 10% जनसहयोग से राशि जुटाकर काम किया जाएगा।
गौ-काष्ठ मशीन योजना
सरकार ने 100 गौशालाओं को रियायती दरों पर गौ-काष्ठ मशीन देने का फैसला किया है।
- 600 या उससे ज्यादा गौवंश वाली गौशालाएं इस योजना के लिए पात्र होंगी।
- 70350 रुपये प्रति मशीन में से 80% (56280 रुपये) सरकार देगी और 20% (14070 रुपये) गौशाला को देना होगा।
राजस्थान सरकार की ये योजनाएं गौशालाओं को आर्थिक सहायता देने और गौवंश संरक्षण के लिए बनाई गई हैं। इससे दौसा जिले की गौशालाओं को बड़ा फायदा मिलेगा। 🐄🚜