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रायपुर। महुआ के मौसम में हाथियों की आमद बढ़ जाती है, जिससे कई इलाकों में हाथी उत्पात मचा रहे हैं। फॉरेस्ट डिपार्टमेंट की निगरानी के बावजूद यह समस्या बनी हुई है। इसी बीच छठवीं कक्षा के छात्र आश्मन कुमार ने एलिफेंट डिटेक्टर तैयार किया है, जिससे हाथियों को दूर भगाया जा सकेगा।
कैसे आया एलिफेंट डिटेक्टर बनाने का विचार?
राजधानी रायपुर के मोहबाबाजार निवासी आश्मन कुमार एक निजी स्कूल में पढ़ते हैं। उन्होंने बताया कि रोजाना हाथियों से जुड़ी खबरें देखने और पढ़ने के बाद उन्होंने कोडिंग के जरिए एलिफेंट डिटेक्टर बनाने का फैसला किया।
कितनी दूरी तक करेगा काम?
यह डिटेक्टर कैमरे की क्वालिटी पर निर्भर करता है। अगर हाई-क्वालिटी कैमरा लगाया जाए, तो इसकी रेंज ज्यादा होगी।
कैसे भगाएगा हाथियों को?
- हाथियों को मधुमक्खी की आवाज पसंद नहीं होती। वे इस आवाज से चिढ़ते हैं और दूर भाग जाते हैं।
- 300 रुपए के कैमरे को कंप्यूटर से जोड़कर मधुमक्खी की आवाज तैयार की गई है।
- हाथी प्रभावित इलाकों में इसका उपयोग किया जा सकता है।
कैसे मिलेगा मोबाइल पर अलर्ट?
- कैमरे को वाईफाई से मोबाइल टॉवर से जोड़ा जाएगा।
- जैसे ही हाथी कैमरे के सामने आएगा, मोबाइल पर मैसेज मिलेगा।
- जहां बिजली नहीं है, वहां इसे सोलर पैनल से ऑपरेट किया जा सकेगा।
- कैमरे के पास ही हूटर लगाया जाएगा, जो हाथी डिटेक्ट होते ही मधुमक्खी की आवाज निकालने लगेगा।
यह इनोवेटिव आइडिया हाथियों को रोकने में मदद कर सकता है और प्रभावित इलाकों के लोगों को राहत दिला सकता है।