Related Articles
मध्य प्रदेश के सुपर कॉरिडोर (Super Corridor) प्रोजेक्ट ने विकास की गति पकड़ ली है। बड़ी आईटी कंपनियों टीसीएस और इंफोसिस के बाद अब इस क्षेत्र में और तेजी से विकास होने जा रहा है।
31 ऊंची इमारतों के नक्शे पास
सुपर कॉरिडोर में 31 प्लॉट मालिकों ने ऊंची इमारतों (हाई-राइज बिल्डिंग) के नक्शे पास करवा लिए हैं। कुछ जगहों पर काम शुरू हो गया है और कुछ पर जल्द ही शुरू होने वाला है। आइडीए (IDA) ने भी अपने बड़े प्लॉटों को बेचने की तैयारी कर ली है, जिसे भोपाल की जीआईएस (GIS) मीटिंग में रखा गया।
मेट्रो और बड़े प्रोजेक्ट्स से बढ़ेगी रौनक
करीब 15 साल पहले बनाए गए सुपर कॉरिडोर पर जल्द ही मेट्रो ट्रेन भी दौड़ने वाली है। हालांकि, अभी तक सिर्फ टीसीएस और इंफोसिस जैसी बड़ी कंपनियां ही यहां मौजूद हैं, लेकिन अब अन्य बड़े प्रोजेक्ट भी आने वाले हैं।
अस्पताल और हाई-राइज बिल्डिंग भी बनेंगे
टीएंडसीपी (T&CP) ने सुपर कॉरिडोर के 139, 151, 166, 169 ए और बी प्लान में 31 नक्शे पास किए हैं। इनमें अस्पताल, ऊंची इमारतें और बस टर्मिनल (ISBT) भी शामिल हैं।
स्टार्टअप पार्क और कन्वेंशन सेंटर बनाए जाएंगे
भोपाल की जीआईएस (GIS) मीटिंग में 28 बड़े प्लॉट निवेशकों को दिखाए गए, जिनमें से 23 प्लॉट सुपर कॉरिडोर के थे। इसके अलावा, पीपीपी मॉडल पर स्टार्टअप पार्क और कन्वेंशन सेंटर बनाने की भी योजना रखी गई, जिसमें निवेशकों ने रुचि दिखाई।
126 करोड़ में अधूरे काम पूरे होंगे
सुपर कॉरिडोर के अधूरे काम पूरे करने के लिए 126 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।
- कुल 61.69 किमी सड़क बननी थी, लेकिन अब तक 55.03 किमी ही बनी है। बची 8.66 किमी सड़क जल्द पूरी होगी।
- कुछ चौराहों का निर्माण और नर्मदा की पाइपलाइन बिछाई जाएगी।
क्या बोले अधिकारी?
आइडीए के सीईओ आरपी अहिरवार के अनुसार, अब तक 31 नक्शे पास किए जा चुके हैं, जिनमें से ज्यादातर ऊंची इमारतों के हैं। जीआईएस मीटिंग में स्टार्टअप पार्क और कन्वेंशन सेंटर के प्रस्ताव को भी अच्छा रिस्पॉन्स मिला।
क्या बदलेगा सुपर कॉरिडोर का भविष्य?
इन सभी नए प्रोजेक्ट्स और इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास से सुपर कॉरिडोर जल्द ही एक आधुनिक व्यावसायिक और आवासीय हब बन सकता है।