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खाटूश्यामजी लक्खी मेले में नगर पालिका द्वारा ठेके पर दी गई पार्किंग में अवैध वसूली का मामला सामने आया है। फास्टैग के जरिए 70 रुपए की जगह 300 रुपए तक वसूले जा रहे हैं। इसे टेस्टिंग के नाम पर गुरुवार से लागू किया गया, लेकिन जब वाहन चालकों के खातों से अधिक राशि कटी, तो यह मामला उजागर हुआ।
कहां-कहां है पार्किंग और कितना है शुल्क?
मेले के लिए छह स्थानों पर पार्किंग बनाई गई है – 52 बीघा, मंढा मोड़, सांवलपुरा, दांता रोड (श्रीधाम धर्मशाला के पास), सीतारामपुरा की जोहड़ी और शाहपुरा डायवर्जन।
🔹 24 घंटे के लिए पार्किंग शुल्क:
- दोपहिया वाहन: ₹20
- चार पहिया वाहन/ट्रैक्टर: ₹70
- बस/ट्रक/भारी वाहन: ₹100
🔹 24 घंटे के बाद शुल्क:
- दोपहिया वाहन: ₹50
- चार पहिया वाहन/ट्रैक्टर: ₹150
- भारी वाहन: ₹200
स्थानीय लोग और बस यूनियन ने जताया विरोध
🚫 स्थानीय लोगों का कहना है कि रोजाना नौकरी या काम से आने-जाने वाले लोगों पर यह शुल्क अन्याय है।
🚫 बस यूनियन और कई संगठनों ने प्रशासन से निशुल्क पार्किंग की मांग की और ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
श्रद्धालुओं में नाराजगी
🙏 श्रद्धालुओं का कहना है कि हर साल पार्किंग निशुल्क रहती थी, लेकिन इस बार शुल्क बढ़ाकर आस्था के साथ खिलवाड़ किया गया है।
प्रशासन की सफाई
🗣 मेला मजिस्ट्रेट मोनिका सामोर ने कहा कि फास्टैग की टेस्टिंग चल रही थी, अगर किसी से अधिक राशि कटी है, तो ठेकेदार को उसे लौटाने के लिए कह दिया गया है।
मेले में स्वास्थ्य सुविधाएं भी बढ़ाई गईं
🏥 मेले में 63 डॉक्टर और 325 स्वास्थ्य कर्मी तैनात किए गए हैं।
💧 शुद्ध पेयजल और ताजा भोजन उपलब्ध कराने के लिए विशेष टीमें बनाई गई हैं।
👨⚕️ मेले का प्रभार डॉ. विशाल सिंह को सौंपा गया है, और सह-प्रभारी डॉ. नितेश शर्मा व डॉ. गोगराज सिंह को नियुक्त किया गया है।
👉 प्रशासन की निगरानी के बावजूद श्रद्धालुओं को अवैध वसूली का सामना करना पड़ रहा है।