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उत्तराखंड के बदरीनाथ में माणा गांव के पास एवलांच आने से चार मजदूरों की मौत हो गई है। रेस्क्यू टीमों ने उनके शव बरामद कर लिए हैं। अभी भी पांच मजदूर लापता हैं, जिनकी तलाश में बचाव अभियान तेज कर दिया गया है।
कैसे हुआ हादसा?
उत्तराखंड के चमोली जिले में शुक्रवार को एवलांच आया था। इस दौरान बीआरओ कैंप के पास निर्माण कार्य में लगे 55 मजदूर बर्फ में दब गए थे। जैसे ही घटना की सूचना मिली, सेना, आईटीबीपी और एसडीआरएफ की टीमों ने तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया।
अब तक कितने मजदूर बचाए गए?
✅ शुक्रवार तक 32 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाला गया था।
✅ बर्फबारी के कारण बचाव अभियान रोकना पड़ा और 22 मजदूर रातभर बर्फ में फंसे रहे।
✅ शनिवार सुबह फिर से रेस्क्यू शुरू हुआ और 15 मजदूरों को बाहर निकाला गया।
✅ अब तक कुल 47 मजदूरों को बचाया जा चुका है।
✅ चार मजदूरों के शव बरामद हुए हैं।
✅ पांच मजदूर अभी भी लापता हैं।
गंभीर रूप से घायल मजदूरों की स्थिति
इस हादसे में 7 मजदूरों को गंभीर चोटें आईं हैं, जिनका आर्मी अस्पताल में इलाज चल रहा है। इनमें नरेश सिंह, बलवंत सिंह, दिलेर सिंह, गणेश कुमार, दीक्षित सिंह बिष्ट, लक्ष्मण सिंह और पवन शामिल हैं।
रेस्क्यू ऑपरेशन में क्या दिक्कतें आईं?
- 8 फीट तक जमी हुई बर्फ के कारण बचाव कार्य में दिक्कतें आईं।
- शुक्रवार शाम दोबारा बर्फबारी शुरू होने से रेस्क्यू ऑपरेशन रोकना पड़ा।
- मजदूर उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हिमाचल और बिहार के रहने वाले थे।
अब क्या हो रहा है?
रेस्क्यू टीमें युद्ध स्तर पर बचाव कार्य कर रही हैं और लापता पांच मजदूरों की तलाश जारी है। प्रशासन घायल मजदूरों का इलाज करवा रहा है और पीड़ित परिवारों को मदद देने के इंतजाम किए जा रहे हैं। 🚑❄