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भीलवाड़ा: सरकारी स्कूलों में मिड-डे मील योजना की सही जानकारी नहीं मिल रही है। किस दिन कितने बच्चों ने भोजन किया, इसका रिकॉर्ड समय पर अपडेट नहीं किया जा रहा। इस लापरवाही के कारण केंद्र सरकार से मिलने वाली सहयोग राशि अटक गई है।
रियल टाइम डेटा अपडेट करने के निर्देश
📌 मिड-डे मील आयुक्तालय ने जिला कलेक्टर को निर्देश दिया है कि स्कूलों में खाने वाले बच्चों की संख्या उसी दिन अपडेट की जाए।
📌 समय पर रिपोर्ट नहीं भेजने को उन्होंने गंभीर लापरवाही बताया है।
📌 आयुक्त विश्व मोहन शर्मा ने आदेश दिया है कि डेटा रियल टाइम में अपडेट होना जरूरी है।
राजसिम्स पोर्टल पर अपडेट नहीं हो रही जानकारी
🖥️ मिड-डे मील योजना के डेटा को “राजसिम्स पोर्टल” पर ऑनलाइन दर्ज किया जाता है।
💰 इसी डेटा के आधार पर केंद्र सरकार से सहयोग राशि मिलती है।
⚠️ लेकिन समय पर अपडेट न होने से जिलों में सही स्थिति स्पष्ट नहीं हो पा रही।
भोजन करने वाले बच्चों की संख्या बदलती रहती है
🍽️ हर दिन भोजन करने वाले बच्चों की संख्या अलग-अलग होती है।
📊 योजना के तहत कितने बच्चों ने खाना खाया, इसका सही रिकॉर्ड होने पर ही केंद्र से पैसा मिलता है।
⚠️ भीलवाड़ा जिले सहित कई जगहों पर डेटा अपडेट नहीं होने से यह प्रक्रिया प्रभावित हो रही है।
🔴 अब प्रशासन को समय पर रिपोर्टिंग करने के लिए सख्ती बरतनी होगी, ताकि योजना का सही लाभ बच्चों तक पहुंचे।