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📌 98 किमी लंबे फोरलेन का निर्माण होगा
📌 2027 तक पूरा होने की उम्मीद
📌 2653 करोड़ की लागत से बनेगा हाईवे
फोरलेन निर्माण की प्रक्रिया शुरू
कबरई-सागर फोरलेन प्रोजेक्ट के तीसरे और चौथे फेज के टेंडर हो चुके हैं।
📌 तीसरा फेज: साठिया घाटी से चौका गांव तक 55 किमी लंबी सड़क, जिसकी लागत 1008 करोड़ रुपये होगी।
📌 चौथा फेज: चौका गांव से कैमाहा बैरियर तक 43 किमी लंबी सड़क, जिसकी लागत 997 करोड़ रुपये होगी।
📌 निर्माण कार्य: तीसरे फेज का ठेका एमकेसी इंफ्रास्ट्रक्चर और चौथे फेज का ठेका बेलजी कंपनी को मिला है।
📌 यह हाईवे बनने से छतरपुर जिले की कनेक्टिविटी बेहतर होगी और यातायात सुगम होगा।
2027 तक पूरा होगा प्रोजेक्ट
📌 यह फोरलेन MP और UP को जोड़ेगा, जिससे दोनों राज्यों के बीच आवागमन आसान होगा।
📌 इसको आने वाले समय में 6-लेन में अपग्रेड करने की योजना है ताकि बढ़ते यातायात को संभाला जा सके।
📌 यह फोरलेन सागर, बंडा, शाहगढ़, बड़ामलहरा, छतरपुर, गढ़ी मलहरा, श्रीनगर और महोबा से होते हुए गुजरेगा।
प्रोजेक्ट में छतरपुर जिले के 57 गांव शामिल
📌 महाराजपुर, छतरपुर, बिजावर और बड़ा मलहरा की ज़मीन अधिग्रहित की गई है।
📌 इस फोरलेन को आगे लखनऊ से जोड़ने की योजना है, जिससे यह एक आर्थिक कॉरिडोर का रूप लेगा।
📌 बुंदेलखंड क्षेत्र को बेहतर कनेक्टिविटी और व्यापारिक बढ़ावा मिलेगा।
फेज-1 और 2 की स्थिति
📌 फेज-1: सागर से मोहारी गांव तक 50 किमी लंबा हाईवे, जिसमें 70% काम पूरा हो चुका है।
📌 फेज-2: मोहारी से सोनिया घाटी (हीरापुर) तक 39 किमी की सड़क, जिसे 351 करोड़ रुपये में बनाया जा रहा है।
📌 फेज-5: कैमाहा बैरियर से महोबा होते हुए कबरई तक 45 किमी का निर्माण बंसल कंस्ट्रक्शन कंपनी कर रही है।
प्रोजेक्ट में हुई देरी का कारण
📌 डीपीआर (प्रोजेक्ट रिपोर्ट) अप्रैल 2023 में मंजूर हुई थी।
📌 सरकार ने इसे 2026 तक पूरा करने की योजना बनाई थी, लेकिन एनएचएआई की धीमी प्रक्रिया के कारण 1 साल की देरी हुई।
📌 छतरपुर इकाई में प्रोजेक्ट डायरेक्टर (PD) का पद खाली रहने और घोटाले की वजह से देरी हुई।
📌 अब नए अधिकारी की नियुक्ति के बाद काम तेज़ी से आगे बढ़ रहा है।
💡 यह फोरलेन बुंदेलखंड के लोगों के लिए बड़ी सौगात होगी, जिससे व्यापार, यात्रा और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।