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छत्तीसगढ़ के महासमुंद शहर में पुराने कचहरी भवन की जगह सेंट्रल लाइब्रेरी बनाई जा रही है, जो मई तक पूरी हो जाएगी। इससे शहर में पढ़ाई का बेहतर माहौल बनेगा और छात्रों को आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी।
छात्रों को मिलेंगी ये सुविधाएं
सेंट्रल लाइब्रेरी में कंप्यूटर, वाई-फाई जोन, ई-लाइब्रेरी, फूड कोर्ट और गार्डन जैसी सुविधाएं दी जाएंगी। यह लाइब्रेरी 100-150 छात्रों के बैठने की क्षमता वाली होगी, जिससे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों को खास फायदा होगा।
इसका निर्माण 5.90 करोड़ रुपए की लागत से किया जा रहा है। ग्राउंड फ्लोर पर 9 व्यावसायिक दुकानें बनाई जाएंगी, जिनसे किराए की आय होगी। लाइब्रेरी के पूरी तरह शुरू होने के बाद आगे और सुविधाओं का विस्तार भी किया जाएगा।
बड़े शहरों जैसी सुविधाएं
इस लाइब्रेरी में ई-लाइब्रेरी और ऑनलाइन पढ़ाई की सुविधा भी दी जाएगी, जिससे छात्रों को पुस्तकों के लिए भटकने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इस प्रोजेक्ट का भूमिपूजन 2023 में हुआ था और अब इसका निर्माण अंतिम चरण में है।
शहर में लाइब्रेरी की जरूरत
फिलहाल महासमुंद में नवकिरण अकादमी की लाइब्रेरी ही उपलब्ध है, जिसमें 10,000 से ज्यादा किताबें हैं और 305 छात्र पंजीकृत हैं। यहां प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराई जाती है और टेस्ट आयोजित किए जाते हैं।
नगर पालिका ने 2024-25 के बजट में लाइब्रेरी और ई-लाइब्रेरी का प्रावधान किया था, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। पहले नगर पालिका भवन में वाचनालय था, लेकिन यह कई सालों से बंद पड़ा है।
छात्रों को मिलेगी बड़ी राहत
सेंट्रल लाइब्रेरी के बनने से न केवल महासमुंद शहर, बल्कि आसपास के गांवों के छात्रों को भी पढ़ाई में मदद मिलेगी। यह लाइब्रेरी बड़े शहरों की तरह आधुनिक सुविधाओं से लैस होगी और छात्रों के लिए नॉलेज हब का काम करेगी।