Related Articles
जयपुर के चिड़ियाघर में शुतुरमुर्ग अवन्तिका ने एक स्वस्थ चूजे को जन्म दिया है। यह प्रदेश में पहली सफल कैप्टिव ब्रीडिंग (बंदी प्रजनन) मानी जा रही है, जिससे वन विभाग में खुशी का माहौल है।
11 अंडों में से निकला पहला चूजा
चिड़ियाघर प्रशासन के अनुसार, अवन्तिका ने 13 जनवरी को 11 अंडे दिए थे। वन्यजीव चिकित्सकों की देखरेख में अब उनमें से एक अंडे से चूजा निकला है। विशेषज्ञों की टीम अवन्तिका और उसके चूजे पर निगरानी रख रही है और उनकी चिकित्सकीय जांच की जा रही है।
विशेष देखभाल और पोषण
एसीएफ प्राची चौधरी ने बताया कि शुतुरमुर्ग और उसके चूजे की डाइट और देखभाल पर खास ध्यान दिया जा रहा है ताकि चूजा स्वस्थ रहे। सीसीटीवी कैमरों से उनकी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है।
कैसे हुआ यह चमत्कार?
अवन्तिका और उसका साथी मार्च 2021 में चेन्नई से जयपुर लाए गए थे। वन्यजीव विशेषज्ञों के अनुसार, शुतुरमुर्ग की कैप्टिव ब्रीडिंग बेहद दुर्लभ होती है, जिसके लिए विशेष वातावरण और देखभाल जरूरी होती है।
चिड़ियाघर के लिए ऐतिहासिक उपलब्धि
वन विभाग ने इस घटना को बड़ी सफलता बताया है। अवन्तिका का यह चूजा राजस्थान में वन्यजीव संरक्षण की दिशा में एक नई उपलब्धि है, जिससे भविष्य में दुर्लभ जीवों के संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा।