जलदाय मंत्री कन्हैयालाल चौधरी के बयान पर सियासी विवाद हो गया है। पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने मंगलवार को ट्वीट (X) कर जलदाय मंत्री पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अगर पेयजल मंत्री जनता को राहत नहीं दे सकते तो उन्हें मुख्यमंत्री से विभाग बदलने का निवेदन करना चाहिए और किसी जिम्मेदार व्यक्ति को काम करने देना चाहिए। इसके बाद कन्हैयालाल चौधरी ने पलटवार करते हुए कहा कि गहलोत ने पानी विभाग का सत्यानाश किया है।
दरअसल, कन्हैयालाल चौधरी ने सोमवार को कहा था कि “मैं फूंक मारकर या बालाजी बनकर पानी नहीं ला सकता। जितना पानी है, वही बांटा जाएगा।”
गहलोत ने कहा था कि राजस्थान सरकार के पेयजल मंत्री का बयान बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है और पानी की किल्लत से परेशान जनता की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने वाला है। एक मंत्री को ऐसी भाषा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
गहलोत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर लिखा कि राजस्थान में हर गर्मी में जल संकट आता है, लेकिन पहले से योजना बनाकर इसे हल किया जा सकता है। 6 महीने से सरकार में होने के बावजूद कोई योजना नहीं बनाई गई, इसलिए ऐसी स्थिति बनी और अब पेयजल मंत्री गैर जिम्मेदाराना बयान दे रहे हैं।
गहलोत ने लिखा कि पेयजल और बिजली संकट में राज्य सरकार, PHED, बिजली विभाग, जिला प्रशासन, नगरीय और पंचायती राज निकाय सभी की जिम्मेदारी थी कि पहले से योजना बनाई जाती। आकस्मिक परिस्थितियों से भी निपटने की तैयारी की जाती। ऐसा समय पर नहीं किया गया, इसलिए जनता त्राहिमाम कर रही है, पर सरकार इसे गंभीरता से नहीं ले रही है। मुख्यमंत्री को पेयजल और बिजली संकट पर एक सर्वदलीय बैठक बुलाकर चर्चा करनी चाहिए और इसका हल निकालना चाहिए।
कन्हैयालाल का पलटवार
कन्हैयालाल चौधरी ने गहलोत को जवाब देते हुए लिखा कि “बालाजी महाराज के जल्दी ही सुंदरकांड के पाठ करवाऊंगा, जिससे कि बालाजी महाराज प्रसन्न हों और राजस्थान में जमकर बारिश हो। बालाजी महाराज पर विश्वास है कि आपको भी सद्बुद्धि देंगे। मैं किसान का बेटा और BJP कार्यकर्ता हूं। ‘नाकारा, निकम्मा और गद्दार’ कहकर काम नहीं चलाता, बल्कि मेहनत के साथ बालाजी महाराज को याद रखता हूं।”
उन्होंने लिखा कि “अशोक गहलोत साहब, जनता सब जानती है आप परेशान क्यों हैं? आपको चिंता है कि कहीं लोकसभा चुनाव में आपके पुत्र की हार के बाद आपकी राजनीति सिमट न जाए। दूसरी चिंता यह भी है कि कहीं जल जीवन मिशन (JJM) में आपकी सरकार में हुए भ्रष्टाचार की पोल न खुल जाए।”
चौधरी ने आगे लिखा कि “हमारी सरकार जल प्रबंधन को लेकर बहुत गंभीर है। आपने जल विभाग का जो सत्यानाश किया था, उसे सुधारने में हम लगातार काम कर रहे हैं और प्रदेश के लिए पेयजल की व्यवस्था करने में जी-जान से जुटे हुए हैं।”