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नई दिल्ली | 22 अक्टूबर, 2024
भारत सरकार ने क्षेत्रीय हवाई संपर्क योजना ‘उड़ान’ को अगले 10 सालों के लिए बढ़ाने का फैसला किया है। इस योजना के तहत उन दूरस्थ क्षेत्रों में भी हवाई मार्गों का विकास होगा, जहां अब तक यह सुविधा नहीं थी। ‘उड़ान’ योजना ने अपने 8 साल पूरे कर लिए हैं और इस दौरान क्षेत्रीय एयरलाइंस, रोजगार, और पर्यटन में काफी बढ़ावा मिला है। योजना ने भारत के दूर-दराज के क्षेत्रों को हवाई संपर्क से जोड़ा है, जिससे यात्रा में एक नई क्रांति आई है।
601 मार्ग और 86 हवाई अड्डे चालू
नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू के अनुसार, ‘उड़ान’ योजना के तहत 601 मार्ग और 86 हवाई अड्डे चालू हैं, जिनसे अब तक 1.44 करोड़ यात्री लाभ उठा चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 अप्रैल, 2017 को शिमला से दिल्ली तक की पहली उड़ान का उद्घाटन किया था। इस योजना का उद्देश्य दूर-दराज के इलाकों को हवाई सेवा से जोड़ना है।
कई नई एयरलाइंस बनीं सफल
‘उड़ान’ योजना के तहत पिछले सात वर्षों में कई नई और सफल एयरलाइंस शुरू हुई हैं। फ्लाईबिग, स्टार एयर, इंडियावन एयर, और फ्लाई91 जैसी छोटी क्षेत्रीय एयरलाइंस को इस योजना से अपना व्यवसाय बढ़ाने में मदद मिली है। इससे हवाई यातायात के क्षेत्र में एक स्थायी व्यापार मॉडल बना है।
विमानों की मांग में वृद्धि
छोटी एयरलाइंस के सफल संचालन के साथ, इस योजना ने विमानों की मांग में भी वृद्धि की है। इसमें हेलीकॉप्टर, समुद्री विमान, 3-सीटर प्रोपेलर विमान और जेट विमान जैसी कई श्रेणियों के विमान शामिल हैं। अगले 10-15 सालों में 1,000 से अधिक विमानों की डिलीवरी की योजना बनाई गई है।
पर्यटन और आर्थिक विकास को बढ़ावा
‘उड़ान 3.0’ के तहत पूर्वोत्तर क्षेत्रों में पर्यटन मार्ग शुरू किए गए हैं। वहीं, ‘उड़ान 5.1’ का उद्देश्य पहाड़ी क्षेत्रों में हेलीकॉप्टर सेवाओं का विस्तार करना है, जिससे स्थानीय पर्यटन और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।