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दौसा। कांग्रेस कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों में बेचैनी बढ़ती जा रही है क्योंकि उपचुनाव के नामांकन में अब केवल तीन दिन बचे हैं और पार्टी ने अब तक अपने प्रत्याशी का नाम घोषित नहीं किया है। पहले कांग्रेस भाजपा के प्रत्याशी के नाम का इंतजार कर रही थी, लेकिन भाजपा को अपना उम्मीदवार घोषित किए चार दिन हो चुके हैं, फिर भी कांग्रेस ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं।
स्थानीय कार्यकर्ता चिंतित हैं कि टिकट देने में हो रही देरी का असर चुनाव प्रचार पर पड़ेगा। ऐनवक्त पर प्रत्याशी घोषित करने से नामांकन रैली और सभा आयोजित करना मुश्किल हो सकता है। दूसरी तरफ, भाजपा ने पहले ही प्रचार शुरू कर दिया है और पूरे विधानसभा क्षेत्र का एक चक्कर भी पूरा कर लिया है। कई नाराज नेताओं को भी मना लिया गया है।
कांग्रेस को देरी क्यों हो रही है? भाजपा ने सामान्य सीट पर एसटी वर्ग का उम्मीदवार उतारकर कांग्रेस का गणित बिगाड़ दिया है। अब कांग्रेस सोच-विचार कर रही है कि भाजपा के वरिष्ठ नेता डॉ. किरोड़ी लाल मीना के भाई जगमोहन मीना के खिलाफ किस मजबूत और लोकप्रिय व्यक्ति को टिकट दिया जाए। इसमें जातिगत समीकरणों का भी खास ध्यान रखा जा रहा है।
निर्दलीय प्रत्याशी ने भरा पर्चा मंगलवार को निर्दलीय प्रत्याशी मक्खनलाल मीना ने नामांकन दाखिल किया। रिटर्निंग अधिकारी मूलचंद लूणिया के अनुसार, 18 अक्टूबर से शुरू हुई नामांकन प्रक्रिया के तहत अब तक कुल दो फॉर्म भरे गए हैं। नामांकन की आखिरी तारीख 25 अक्टूबर है।