सार
चंडीगढ़, पंजाब: पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह एशिया की सबसे बड़ी अनाज मंडी खन्ना पहुंचे। उन्होंने धान खरीद न होने का आरोप आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार पर लगाया और कहा कि केंद्र ने 44 हजार करोड़ रुपये जारी किए हैं, लेकिन पंजाब सरकार किसानों को पैसे नहीं दे रही है।
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पंजाब में धान की खरीद को लेकर किसान सड़कों पर उतर आए हैं और सरकार का विरोध कर रहे हैं। मंडियों में धान की फसल खुले में पड़ी है। शुक्रवार को पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह खन्ना की अनाज मंडी गए, जहां उन्होंने व्यवस्थाओं का जायजा लिया और किसानों से बातचीत की।
कैप्टन ने कहा कि उन्हें पहले से ही जानकारी थी कि पंजाब में धान नहीं खरीदा जा रहा है और किसानों को पैसे नहीं मिल रहे हैं। उन्होंने कहा, “केंद्र सरकार ने 44,000 करोड़ रुपये दिए हैं, फिर भी किसानों को पैसा क्यों नहीं मिल रहा है?”
उन्होंने अपनी सरकार के समय की याद दिलाते हुए कहा कि तब धान और गेहूं की खरीद की व्यवस्था बहुत बेहतर थी। उन्होंने कहा, “आज मंडियों में धान 10-12 दिन से पड़ा है। अगर बारिश होती है, तो किसान तबाह हो जाएंगे।”
सरकार की योजना का अभाव
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि पंजाब सरकार के पास धान खरीदने की कोई योजना नहीं है। मंडियों में स्टोरेज स्पेस नहीं बनाया गया है, जबकि यह काम सरकार का है। उन्होंने कहा, “जब मैं मुख्यमंत्री था, तो मैं खुद विभागों के अधिकारियों के साथ मिलकर ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था करता था।”
मुख्यमंत्री का मंडी में न जाना
उन्होंने बताया कि खन्ना की मंडी में अब तक मुख्यमंत्री, खाद्य मंत्री, कृषि मंत्री और स्थानीय विधायक नहीं आए। उन्होंने कहा, “अगर आप किसानों की समस्याओं को नहीं जानेंगे, तो किसान आपका विरोध करेंगे।”
समस्या का हल केंद्र से करवाने का आश्वासन
कैप्टन ने कहा कि उन्होंने मंडी में शैलर मालिकों, मजदूरों और आढ़तियों से उनकी समस्याएं सुनीं और आश्वासन दिया कि वह खुद इस मुद्दे को केंद्र सरकार के पास लेकर जाएंगे।
आप सरकार की नाकामी
कैप्टन ने आरोप लगाया कि पंजाब की आम आदमी पार्टी की सरकार हर मोर्चे पर नाकाम हो रही है। उन्होंने कहा, “किसानों, शैलर और मजदूरों को धरना देने के लिए मजबूर होना पड़ा है।”