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इस साल देव दीपावली पर कई शुभ योग बन रहे हैं, जिसमें भद्रावास योग भी शामिल है। मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव की पूजा करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है और भक्तों को सुख-समृद्धि मिलती है।
देव दीपावली का महत्व
वैदिक पंचांग के अनुसार, इस साल कार्तिक पूर्णिमा का पर्व 15 नवंबर को मनाया जाएगा। मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव ने त्रिपुरासुर राक्षस का वध करके तीनों लोकों की रक्षा की थी, जिसे देवताओं ने दीप जलाकर देव दीपावली के रूप में मनाया। इस दिन भगवान शिव की पूजा और गंगा आरती करने से सभी कष्ट दूर होते हैं और मनचाही कामना पूरी होती है।
देव दीपावली 2024 का शुभ मुहूर्त
कार्तिक पूर्णिमा 15 नवंबर की सुबह 06:19 बजे से शुरू होकर 16 नवंबर की देर रात 02:58 बजे तक रहेगी। इस दौरान पूजा का शुभ समय संध्या 05:10 से 07:47 बजे तक है।
भद्रावास योग
भद्रावास योग को ज्योतिष में बहुत शुभ माना जाता है। इस साल देव दीपावली पर शाम 4:37 बजे तक भद्रावास योग रहेगा। इस योग में भगवान शिव की पूजा करने से अद्भुत फल की प्राप्ति होती है।
वरीयान योग
इस बार देव दीपावली पर सुबह 07:31 बजे से वरीयान योग भी बन रहा है। इस योग में शिव और शक्ति की पूजा करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं और घर में सुख-समृद्धि का वास होता है।
बव करण
देव दीपावली के दिन शाम 4:38 बजे से बव करण भी बन रहा है, जो 16 नवंबर की रात 2:58 बजे तक रहेगा।