सवाई माधोपुर: सिंचाई विभाग ने बुधवार को सूरवाल बांध से मुख्य नहर में पानी छोड़ा, जिससे 22 गांवों के करीब 8,000 किसानों के चेहरों पर खुशी लौट आई। बांध की मोरी खोलकर नहरों में पानी छोड़े जाने से किसानों को रबी की फसल की सिंचाई का लाभ मिलेगा।
सवाई माधोपुर जिले के किसानों ने गेहूं, जौ, चना, मटर, सरसों, मसूर जैसी फसलों की बुवाई की है। इसके अलावा, कुछ किसानों ने टमाटर, धनिया, मटर, बैंगन, मूली, पालक, गोभी और हरी मिर्च जैसी साग-सब्जियां भी लगाई हैं। इस साल अच्छी बारिश के कारण सूरवाल बांध पूरी तरह से भर गया है।
सिंचाई विभाग के कनिष्ठ अभियंता रोहित गुर्जर ने बताया कि नहरों में छोड़े गए पानी की निगरानी की जाएगी ताकि सभी किसानों को सिंचाई का लाभ मिल सके।
सिंचाई का लाभ पाने वाले गांव
सिंचाई विभाग के अनुसार, सूरवाल बांध से नहरों में छोड़े गए पानी से 22 गांवों के किसानों को लाभ मिलेगा। ये गांव हैं: सूरवाल, महू, अजनोटी, नींदडदा, श्यामोता, मैनपुरा, कौशाली, भैंसखेड़ा, पढ़ाना, गोगोर, जटवाड़ा कलां, खाटखुर्द, धनौली, गोठड़ा, दोबड़ा कलां, दुब्बी खुर्द, कानसीर, जड़ावता, खाटकलां, सेलू, चकेरी, और दुब्बी बनास।
सिंचाई के लिए पानी की उपलब्धता
बांध से छोड़ा गया पानी छह माइनर नहरों के माध्यम से टेल तक पहुंचाया जाएगा, जिससे पांच हजार हेक्टेयर जमीन पर सिंचाई की जा सकेगी। बांध की 15 फीट भराव क्षमता से किसानों को दो से ढाई महीने तक पानी मिलेगा।