Related Articles

बारदाने की कमी बनी बड़ी रुकावट
बासनवाही मंडी में पुराने बारदाने की कमी के कारण किसानों को अपनी फसल बेचने में कठिनाइयां हो रही हैं। कुल 875 किसानों के पंजीकरण के साथ इस केंद्र में 60,000 क्विंटल धान खरीदी का लक्ष्य रखा गया है। हालांकि, अब तक केवल 6,008 क्विंटल धान खरीदा गया है।
फटे पुराने बोरों का सहारा
किसानों को बाजार से 25-30 रुपये में फटे पुराने बोरे खरीदने पड़ रहे हैं। बारदाने की कालाबाजारी ने किसानों की आर्थिक स्थिति पर बुरा असर डाला है। छोटे और मझोले किसान इस समस्या से सबसे अधिक प्रभावित हैं।
धान खरीदी केंद्र की समस्याएं
धान खरीदी केंद्र किसानों से 50% बारदाना खुद लाने की मांग कर रहा है। प्रबंधक हिरवानी ने बताया कि मिलरों की हड़ताल के कारण कस्टम मिलिंग का धान केंद्रों को नहीं मिल पाया है, जिससे बारदाने की आपूर्ति बाधित हुई है। फिलहाल 50% नए और 50% पुराने बारदाने में धान खरीदा जा रहा है।
कांग्रेस ने अव्यवस्था पर उठाए सवाल
भानुप्रतापपुर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी ने धान खरीदी केंद्र का निरीक्षण कर किसानों की समस्याओं की जानकारी ली। कांग्रेस नेताओं ने केंद्र में बारदाने की कमी और ऑनलाइन टोकन प्रक्रिया में हो रही परेशानियों पर चिंता जताई।
किसानों की उम्मीद प्रशासन से
बारदाने की किल्लत अगर जल्द दूर नहीं हुई, तो पूरी खरीदी प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है, जिससे किसानों को उनकी मेहनत का सही मूल्य नहीं मिलेगा। प्रशासन से इस समस्या को हल करने की अपील की जा रही है।