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दिल्ली में समाधान की उम्मीद: राकेश टिकैत
उत्तर प्रदेश के किसान अपनी मांगों को लेकर दिल्ली कूच के लिए अड़े हुए हैं। किसान नेता राकेश टिकैत का कहना है कि किसानों की समस्याओं का समाधान दिल्ली से ही होगा। रविवार को नोएडा प्रशासन के साथ बैठक हुई, लेकिन कोई ठोस नतीजा नहीं निकला। अब किसान सोमवार सुबह से ही धरने पर जमे हुए हैं। टिकैत ने कहा, “किसानों को दिल्ली पहुंचकर अपनी मांग सरकार तक पहुंचानी है। महामाया फ्लाईओवर पर किसानों को रोका गया है, लेकिन वे अपनी मांगों पर डटे हैं।”
महामाया फ्लाईओवर पर किसानों को रोका गया
किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए पुलिस ने महामाया फ्लाईओवर पर बैरिकेडिंग की। इसके बावजूद किसान पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। उनका कहना है कि दिल्ली जाकर ही उनकी बात सुनी जाएगी और समाधान निकलेगा।
चिल्ला बॉर्डर पर ट्रैफिक की समस्या
किसानों के धरने के कारण चिल्ला बॉर्डर पर ट्रैफिक धीमा हो गया। नोएडा सेक्टर 15ए और डीएनडी लूप से चिल्ला जाने वाले वाहनों को डायवर्ट कर निकाला गया। सुबह से चिल्ला रेड लाइट को सिग्नल फ्री रखा गया, लेकिन बैरिकेडिंग के चलते सिर्फ दो लेन से ही दिल्ली में प्रवेश दिया जा रहा था। हालांकि, अब पुलिस ने दलित प्रेरणा स्थल के पास से बैरिकेड्स हटा दिए, जिससे यातायात सामान्य होने लगा है।
नई दिल्ली में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
दिल्ली और नोएडा में किसानों के आंदोलन को देखते हुए सुरक्षा बढ़ा दी गई है। संसद सत्र के मद्देनजर नई दिल्ली में विशेष सुरक्षा उपाय किए गए हैं।
- धारा 163 लागू: संयुक्त पुलिस आयुक्त संजय कुमार ने बताया कि संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा कड़ी की गई है।
- ड्रोन से निगरानी: भीड़ नियंत्रण के लिए सीएपीएफ जवानों की तैनाती के साथ ड्रोन का उपयोग भी किया जा रहा है।
- प्रमुख स्थानों पर सुरक्षा: महामाया फ्लाईओवर, डीएनडी, और कालिंदी कुंज जैसे स्थानों पर अतिरिक्त सुरक्षाबल तैनात किए गए हैं।
निष्कर्ष
किसान अपनी मांगों को लेकर अडिग हैं और दिल्ली कूच के संकल्प पर कायम हैं। प्रशासन और किसानों के बीच जारी इस गतिरोध ने ट्रैफिक और सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।