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11 उम्मीदवार शॉर्टलिस्ट, इंटरव्यू प्रक्रिया जारी
कुलपति चयन के लिए पहले करीब 80 प्रोफेसरों ने आवेदन किया था। स्क्रूटनी के बाद 11 योग्य उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट किया गया। गुरुवार से इनका इंटरव्यू शुरू हुआ, जो शुक्रवार तक चला। इस प्रक्रिया में पैनल की अध्यक्षता कुलाधिपति करेंगे।
15 जनवरी तक मिल सकता है नया कुलपति
विश्वविद्यालय को 15 जनवरी तक नया कुलपति मिलने की संभावना है। राजभवन से इस प्रक्रिया को तेज किया जा रहा है। कुलपति बनने के लिए देशभर के प्रोफेसरों ने आवेदन किया है, जिनमें पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय और बिलासपुर सेंट्रल यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर भी शामिल हैं।
कुलपति चयन का तरीका बदला
पहले कुलपति का चयन आवेदनों के आधार पर होता था, लेकिन अब इंटरव्यू के जरिए योग्य उम्मीदवार का चयन किया जा रहा है। विश्वविद्यालय की पूर्व कुलपति डॉ. अरुणा पल्टा भी इंटरव्यू के माध्यम से चुनी गई थीं।
संभागायुक्त संभाल रहे हैं प्रभार
पूर्व कुलपति डॉ. अरुणा पल्टा का कार्यकाल समाप्त होने के बाद दुर्ग संभागायुक्त एसएन राठौर को कुलपति का प्रभार दिया गया है। वे विश्वविद्यालय के अधिनियम के अनुसार स्थाई कुलपति की नियुक्ति तक या अधिकतम 6 महीने तक इस पद पर रह सकते हैं। उनके पास खैरागढ़ संगीत विश्वविद्यालय का प्रभार भी है।
हेमचंद विवि के अब तक के कुलपति
- विश्वविद्यालय के पहले कुलपति साइंस कॉलेज, दुर्ग के प्रोफेसर डॉ. एनपी दीक्षित थे।
- इसके बाद डॉ. ओपी गुप्ता प्रभारी कुलपति बने।
- फिर पं. रविशंकर शुक्ल विवि के प्रोफेसर डॉ. शैलेंद्र सराफ कुलपति बने।
- महादेव कावरे (संभागायुक्त) को प्रभार दिया गया।
- डॉ. अरुणा पल्टा विश्वविद्यालय की कुलपति बनीं।
अब जल्द ही विश्वविद्यालय को स्थाई कुलपति मिलने की उम्मीद है।