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उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री और निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वे पुलिस को चेतावनी देते नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा, “मैं यहां ऐसे नहीं पहुंचा हूं, सात दारोगाओं का हाथ-पैर तुड़वाकर और गड्ढे में फेंकवाकर पहुंचा हूं।”
फर्जी केस हटाने की मांग
📍 सुल्तानपुर पहुंचे मंत्री संजय निषाद ने आरोप लगाया कि निषाद समुदाय के लोगों को फर्जी केस में फंसाया गया है।
📢 उन्होंने पुलिस से कहा कि “हमारे समाज के लड़कों से सारे फर्जी केस हटाओ, नहीं तो आंदोलन होगा।”
⚠️ मंत्री ने चेतावनी दी कि “अगर दारोगा ज्यादा ड्रामा करेगा तो जेल जाएगा और उसे बेल भी नहीं मिलेगी।”
क्यों भड़के संजय निषाद?
🗓️ घटना की पृष्ठभूमि:
- होली के दिन सुल्तानपुर के शाहपुर गांव में रंग खेलने को लेकर एक दलित और निषाद परिवार के बीच झगड़ा हुआ।
- इस झगड़े में 65 वर्षीय दलित महिला सुनरा देवी घायल हो गईं और बाद में उनकी मौत हो गई।
- पुलिस ने ग्राम प्रधान कृष्णा कुमार निषाद समेत 5 लोगों पर केस दर्ज कर चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
👨⚖️ मंत्री का आरोप:
- संजय निषाद ने कहा कि “निषाद समाज के निर्दोष लोगों को फंसाया गया है।”
- उन्होंने पुलिस अधिकारियों से कहा कि इन लोगों को छोड़ दिया जाए, नहीं तो पुलिस पर कार्रवाई होगी।
जनसभा में दिया विवादित बयान
🚩 मंगलवार को संजय निषाद अपनी निषाद पार्टी की जनाधिकार यात्रा के तहत सुल्तानपुर पहुंचे।
📍 प्रतापगढ़-सुल्तानपुर बॉर्डर के मदारडीह गांव में एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने पुलिस को खुली धमकी दी।
⚠️ मंत्री के इस बयान को लेकर विवाद खड़ा हो गया है और राजनीतिक गलियारों में इसकी काफी चर्चा हो रही है।