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सर्दी का कहर:
इस बार कड़ाके की सर्दी के लिए तैयार हो जाइए। दिसंबर से जनवरी के बीच न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस से नीचे जा सकता है। कश्मीर से आने वाली बर्फीली हवाओं की वजह से तापमान 2-3 डिग्री तक गिर सकता है। मौसम विभाग ने दिसंबर से फरवरी तक कड़ाके की सर्दी और शीतलहर का पूर्वानुमान जारी किया है।
इन जिलों में सर्दी का ज्यादा असर:
मुरैना, ग्वालियर, श्योपुर, शिवपुरी और भिंड में शीतलहर का असर सबसे ज्यादा होगा। दतिया में तीव्र शीतलहर का सामना करना पड़ सकता है। दिन और रात का तापमान सामान्य से नीचे रहेगा। घने कोहरे और कोल्ड डे के भी ज्यादा दिन देखने को मिलेंगे।
दिसंबर में बारिश और कोहरा:
- दिसंबर में 33% बारिश की संभावना है।
- पश्चिमी विक्षोभ की वजह से हल्के बादल और नमी के कारण कोहरा छा सकता है।
- महीने के आखिरी 12 दिनों में ठंड बढ़ेगी।
- 1 से 15 जनवरी के बीच मावठ (सर्दियों में बारिश) की संभावना है।
- कोहरे की दृश्यता 0-50 मीटर तक सीमित हो सकती है।
सर्दी ज्यादा क्यों पड़ेगी:
- प्रशांत महासागर का तापमान सामान्य से कम है।
- एल नीनो की सक्रियता और ला नीना की संभावनाएं बढ़ रही हैं।
- हिंद महासागर का तापमान भी भारतीय मौसम पर असर डाल रहा है।
पिछले साल से अलग स्थिति:
पिछले साल दिसंबर में शीतलहर नहीं थी, लेकिन इस बार ज्यादा ठंड पड़ेगी। दिन और रात दोनों समय तापमान गिरने से कड़ाके की सर्दी महसूस होगी।
सर्दी की स्थिति:
- शीतलहर: 14-16 दिन
- कोल्ड डे: 8-10 दिन
- कोहरा: 12-14 दिन
दिनभर तापमान की चाल:
समय | तापमान (डिग्री सेल्सियस) |
---|---|
सुबह 5:30 | 12.0 |
सुबह 8:30 | 12.4 |
सुबह 11:30 | 23.8 |
दोपहर 14:30 | 27.8 |
शाम 17:30 | 22.6 |
सावधानी बरतें और ठंड से बचने के लिए तैयारी रखें।