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नैनवां।
उपजिला चिकित्सालय में सोमवार को डायलिसिस मशीन को स्थापित करने का काम आखिरकार शुरू हो गया। कम्पनी के तकनीकी कर्मचारी मशीन को स्थापित करने के लिए पहुंचे और उन्होंने काम शुरू कर दिया। मंगलवार तक मशीन पूरी तरह स्थापित हो जाने की उम्मीद जताई गई है।
नौ महीने से बंद पड़ी थी मशीन
डायलिसिस मशीन फरवरी में ही उपजिला चिकित्सालय पहुंच गई थी। लेकिन इसे स्थापित नहीं किया गया, जिससे यह नौ महीने तक स्टोर रूम में बंद पड़ी रही। इस वजह से मरीजों को डायलिसिस कराने के लिए कोटा या बूंदी जाना पड़ रहा था।
खबर के बाद हुई कार्रवाई
राजस्थान पत्रिका ने 29 नवंबर को “नौ महीने से स्टोर रूम में बंद डायलिसिस मशीन” शीर्षक से खबर प्रकाशित कर चिकित्सा विभाग की लापरवाही को उजागर किया। इसके बाद चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग निदेशालय ने कम्पनी और चिकित्सालय प्रशासन को तत्काल मशीन स्थापित करने और चालू कराने के निर्देश दिए। इसके बाद ही मशीन स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू हो सकी।
मरीजों को मिलेगी राहत
डायलिसिस मशीन को 20 फरवरी को 21 लाख 19 हजार 516 रुपए की लागत से खरीदा गया था। इसे मरीजों की सुविधा के लिए उपजिला चिकित्सालय में भेजा गया था, लेकिन समय पर स्थापित न होने के कारण मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा। अब मशीन चालू होने से मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी और उन्हें इलाज के लिए दूर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।