अयोध्या: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को अयोध्या पहुंचे। यहां उन्होंने हनुमानगढ़ी में दर्शन किए और फिर रामलला के दर्शन किए। इसके बाद वे अशर्फी भवन पहुंचे, जहां उन्होंने पंच नारायण महायज्ञ में आहुति अर्पित की।
सीएम योगी ने इस अवसर पर कहा कि श्रीहरि की कृपा से ही सृष्टि चल रही है और अयोध्या धाम त्रेतायुग की अवधारणा को जीवित रख रहा है। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म को सुरक्षित रखना जरूरी है, क्योंकि यह पूरे विश्व की मानवता को बचा सकता है। सनातन धर्म में सभी धर्मों के कल्याण की बात की गई है और इसमें “वसुदेव कुटुंबकम” की अवधारणा है, जिसका अर्थ है कि दुनिया के सभी लोग एक परिवार की तरह हैं।
सीएम ने यह भी कहा कि सनातन धर्म के खिलाफ कई जगहों पर मंदिरों को तोड़ा और अपवित्र किया गया, जैसे काशी, मथुरा, राम जन्मभूमि, और अन्य स्थानों पर। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने मंदिरों को नष्ट किया, उनके वंश नष्ट हो गए।
योगी ने यह भी कहा कि भारत के अंदर सनातन धर्म ही राष्ट्रीय धर्म है, और इसकी रक्षा के लिए सभी को मिलकर काम करना होगा। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि अयोध्या में राम मंदिर के आंदोलन की सफलता के बाद, 5 फरवरी 2020 को पीएम मोदी के हाथों राम मंदिर की आधारशिला रखी गई थी और 22 जनवरी 2024 को रामलला भव्य मंदिर में विराजमान हो जाएंगे।
अंत में, सीएम योगी ने महाकुंभ और रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के वर्षगांठ महोत्सव के साथ मिल्कीपुर उपचुनाव को लेकर बैठक की, जिसमें कई मंत्री भी मौजूद थे।