नोएडा:
जर्मनी की नोएडा स्थित कंपनी के साथ साइबर अपराधियों ने 1.55 करोड़ रुपये की ठगी की। यह रकम कई विदेशी बैंक खातों में भेजी गई। ठगी का शिकार हुई कंपनी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।
क्या है मामला?
- कंपनी: नोएडा के सेक्टर-62 में स्थित जर्मनी की बारटेक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की शाखा।
- व्यवसाय: इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स और दूरसंचार उत्पादों का कारोबार।
- संपर्क: यूनाइटेड किंगडम की मेसर्स पीएससी वोडेक लिमिटेड कंपनी के साथ व्यापार।
नोएडा की कंपनी ने यूके की कंपनी से दूरसंचार उत्पाद खरीदे और 30 दिनों के भीतर भुगतान करने की बात हुई। ईमेल के जरिए बातचीत में नोएडा कंपनी ने बार्कलेज बैंक में रकम ट्रांसफर करने की सूचना दी।
कैसे हुई ठगी?
- साइबर अपराधियों ने यूके कंपनी की ईमेल आईडी हैक कर ली।
- नए बैंक खाते की जानकारी भेजी, जो बिल्कुल असली मेल की तरह दिख रही थी।
- नोएडा कंपनी ने झांसे में आकर 1.55 करोड़ रुपये उस खाते में ट्रांसफर कर दिए।
- जब 12 दिसंबर 2024 को यूके कंपनी ने भुगतान के लिए रिमाइंडर भेजा, तब ठगी का पता चला।
पुलिस की जांच:
- गृह मंत्रालय के पोर्टल पर शिकायत दर्ज की गई।
- साइबर क्राइम थाने में मुकदमा दर्ज हुआ है।
- अंतरराष्ट्रीय साइबर गिरोह के शामिल होने की आशंका जताई जा रही है।
शेयर बाजार में निवेश का झांसा देकर 60 लाख ठगे
- सेक्टर-99 के आदर्श शर्मा ने बताया कि सोशल मीडिया पर एक शेयर एनालाइजर से संपर्क हुआ।
- व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़कर बेहतर रिटर्न का वादा किया गया।
- आदर्श और उनके चाचा-चाची से 60 लाख 43 हजार रुपये ठग लिए गए।
- पुलिस ने इस मामले में भी साइबर क्राइम थाने में मुकदमा दर्ज किया है।
साइबर अपराधों में बढ़ोतरी:
- ईमेल हैकिंग और निवेश के झांसे देकर ठगी के मामलों में इजाफा हो रहा है।
- पुलिस का कहना है कि यह अंतरराष्ट्रीय गैंग का काम हो सकता है