भीलवाड़ा: शहर में कचरा कलेक्शन की व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए नगर निगम ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। अब से एक अप्रैल से नगर निगम शहर के 50 वार्डों में कचरा उठाने की जिम्मेदारी एक निजी कंपनी को देगी। इससे निगम के खजाने को हर साल एक से डेढ़ करोड़ रुपए की बचत होने की उम्मीद है।
कचरा कलेक्शन पर फिलहाल निगम हर साल साढ़े चार से पांच करोड़ रुपए खर्च कर रहा है। इसमें वाहनों के डीजल, कर्मचारियों के वेतन और अन्य खर्च शामिल हैं। निगम ने तीन करोड़ रुपए की निविदा तैयार की है, जिसे मार्च में खुलवाया जाएगा और नई व्यवस्था एक अप्रैल से लागू की जाएगी।
नगर निगम के 50 वार्डों में 50 वाहन कचरा कलेक्शन के लिए लगे हुए हैं, और इन पर 100 कर्मचारी कार्य कर रहे हैं। अब ठेके पर कचरा कलेक्शन की जिम्मेदारी निजी कंपनी को सौंप दी जाएगी। ठेकेदार को हर वार्ड में सफाई कर्मचारियों की निगरानी में कचरा एकत्र करने और ट्रेचिंग ग्राउंड तक पहुंचाने का कार्य करना होगा।
अगर सफाई कर्मचारी किसी स्थान से कचरा नहीं उठाते, तो कंपनी पर प्रति किलो एक रुपए की पेनाल्टी लगाई जाएगी। इस नई व्यवस्था से नगर निगम को कचरा कलेक्शन के लिए होने वाले खर्चों में भारी कमी आएगी।
निगम आयुक्त प्रियंका सिंह राजावत ने कहा कि इस नई व्यवस्था के तहत शहर में सफाई व्यवस्था को और बेहतर बनाया जाएगा। ठेके पर सफाई सेवाओं को सौंपने से निगम को व्यावसायिक लाभ होगा, और इस कदम से सफाई की गुणवत्ता भी बढ़ेगी।