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सिवनी। नगर पालिका क्षेत्र में नागपुर-जबलपुर रोड पर ज्यारत नाका से खैरीटेक तक के पुराने एनएच-7 पर लोक निर्माण विभाग के तहत फोर-लेन चौड़ीकरण और अन्य कार्य चल रहे हैं। लेकिन इस निर्माण कार्य में पार्षद विजय मिश्रा और स्थानीय लोग कुछ मापदंडों के पालन को लेकर चिंतित हैं।
पार्षद ने सिवनी पहुंचे प्रदेश के राजस्व मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री करण सिंह वर्मा को एक पत्र सौंपा, जिसमें निर्माण कार्य पर सवाल उठाए गए हैं। उन्होंने बताया कि शंकर मढिया और नगर पालिका कार्यालय के पास, जबलपुर रोड के ज्यारत नाका क्षेत्र में, और बुधवारी तालाब के पास हर साल बारिश के दौरान जलभराव की समस्या रहती है। इससे घरों और दुकानों में पानी भर जाता है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के विजन के अनुसार अगले 50-60 वर्षों को ध्यान में रखते हुए नागपुर-जबलपुर रोड को टू-लेन से फोर-लेन में बदला जा रहा है। इसमें चौड़ी सड़कों, डिवाइडर, बस स्टैंड में पथ वे ओवर ब्रिज, और आधुनिक नाला-नाली निर्माण की योजना है ताकि पानी का सही तरीके से निकास हो सके। लेकिन फिलहाल निर्माण कार्य सही तरीके से नहीं हो रहा है।
पार्षद ने यह भी कहा कि फोर-लेन निर्माण में शासकीय तकनीकी अमले की कमी के कारण कार्य पूरी तकनीक के अनुसार नहीं हो पा रहा है। उन्होंने यह सुझाव दिया कि लोक निर्माण विभाग के सिवनी के तकनीकी कर्मचारियों से मार्गदर्शन लिया जाए, क्योंकि डीपीआर इन्हीं के द्वारा तैयार किया गया था।
इस संबंध में मंत्री ने अधिकारियों से चर्चा कर उचित समाधान की बात कही है।
पार्षद ने यह भी बताया कि नगर के मुख्य मार्ग पर पक्के अतिक्रमण हमेशा समस्या बनते रहे हैं। अतिक्रमण हटाने की कई कोशिशें भी थम गईं, खासकर रसूखदारों के अतिक्रमण के सामने। इससे बारिश के समय जलभराव और नाला जाम की समस्या बनी रहती है।