भोपाल। मध्यप्रदेश में वृद्धावस्था पेंशन पाने वाले करीब
5.5 लाख पेंशनर्स का वैरीफिकेशन नहीं हो पाया है, जबकि उनके खातों में हर महीने पेंशन भेजी जा रही थी। यह स्थिति तब है जब तीन स्तर पर जांच हो चुकी है, लेकिन फिर भी इनका सत्यापन नहीं हुआ। इसलिए
मोहन यादव सरकार अब डोर-टू-डोर वैरीफिकेशन अभियान चला रही है।