कोटा के गड़ेपान में सीएफसीएल फैक्ट्री के पास गैस रिसाव से बीमार हुए बच्चों और लोगों का इलाज जारी है। सोमवार को 10 टीमों ने 6 गांवों में 770 घरों का सर्वे किया।
770 घरों का सर्वे, 28 मरीज सामने आए
सर्वे में गड़ेपान और आसपास के 5 किमी के दायरे में पांचड़ा, झोपड़िया, वल्लभपुरा और रूग्धी जैसे गांव शामिल थे। 77 स्कूल बच्चों का भी चेकअप किया गया, जिसमें 2 बच्चों की आंखों में जलन पाई गई, बाकी सभी ठीक थे।
अब तक 28 मरीज सामने आए हैं, जिनमें 16 बच्चे जेके लोन अस्पताल में भर्ती हैं। भूली बाई और स्कूल कर्मचारी हेमंत एमबीएस अस्पताल में भर्ती हैं। 10 मरीजों का इलाज गांव में ही चल रहा है और हर 3 घंटे में उनकी जांच हो रही है।
लोकसभा अध्यक्ष और ऊर्जा मंत्री ने अस्पताल का दौरा किया
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने जेके लोन अस्पताल पहुंचकर बच्चों का हाल जाना। डॉक्टरों को बच्चों के इलाज की पूरी निगरानी रखने और मेडिकल बोर्ड से जांच के बाद ही बच्चों को डिस्चार्ज करने के निर्देश दिए।
गैस रिसाव की जांच जारी
प्रशासन को घटना की पूरी जांच करने और रिपोर्ट तैयार करने के आदेश दिए गए हैं। फैक्ट्री मालिकों को भी भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो, इसके लिए जरूरी निर्देश दिए जाएंगे।
एम्बुलेंस खराब होने से परेशानी
गैस रिसाव से बीमार हेमंत कुमार को एमबीएस अस्पताल लाते समय एम्बुलेंस रास्ते में खराब हो गई, जिससे करीब आधे घंटे तक परेशानी हुई। बाद में दूसरी एम्बुलेंस से उन्हें अस्पताल लाया गया।
बच्चों में दिखे गैस रिसाव के लक्षण
बच्चों में आंखों में जलन, सांस लेने में दिक्कत, गले में जलन और अजीब गंध जैसी समस्याएं देखी गईं। फिलहाल सभी मरीज खतरे से बाहर हैं और इलाज चल रहा है।