कोरबा: उत्तरप्रदेश के मिर्जापुर में हुए भीषण सड़क हादसे में मारे गए कोरबा के 10 श्रद्धालुओं के शव उनके घर पहुंचे। सोमवार सुबह इन श्रद्धालुओं का अंतिम संस्कार स्थानीय मुक्तिधाम में किया गया। इसमें से 6 लोगों का अंतिम संस्कार एक साथ किया गया, जबकि चार अन्य मृतकों का अंतिम संस्कार अलग-अलग स्थानों पर किया गया।
हादसे में मारे गए श्रद्धालु कोरबा के कलमीडुग्गू गांव के रहने वाले थे। ये सभी एक ही बोलेरो में सवार होकर कुंभ स्नान के लिए प्रयागराज जा रहे थे। मिर्जापुर जिले में उनकी बोलेरो यात्री बस से टकरा गई, जिससे हादसा हुआ। घटना में 10 लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें से 6 श्रद्धालु कलमीडुग्गू के थे। इसके अलावा, बिलासपुर और जांजगीर-चांपा के दो अन्य श्रद्धालु भी इस हादसे का शिकार हुए।
हादसे में मारे गए श्रद्धालुओं के शव जब उनके घर पहुंचे तो पूरे गांव में शोक की लहर फैल गई। परिवार के सदस्य और गांववाले नम आंखों से उनका अंतिम संस्कार करने के लिए मुक्तिधाम पहुंचे। इस दुखद घटना ने परिवारों को गहरे सदमे में डाल दिया है।
कोरबा के श्रम मंत्री लखनलाल देवांगन ने मृतकों के परिवार से मिलकर उन्हें ढांढस बंधाया और घटना पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने मृतकों के परिवारों को एक-एक लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की। मंत्री ने कहा कि शासन-प्रशासन की ओर से हर संभव मदद की जाएगी।