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अलवर। सिलीसेढ़ को पूरी तरह पर्यटन नगरी के रूप में विकसित करने की योजना को सरकार ने मंजूरी दे दी है। प्रशासन इस क्षेत्र के विकास के लिए पूरा खाका तैयार करेगा और विभिन्न परियोजनाओं पर काम किया जाएगा।
पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
सिलीसेढ़ झील हर साल 50 हजार से ज्यादा पर्यटकों को आकर्षित करती है, लेकिन झील के आसपास का विकास अब तक अधूरा है। इस क्षेत्र को बेहतर सुविधाओं से लैस किया जाएगा और बोटिंग व अन्य गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाएगा।
लेजर लाइट शो और फव्वारे लगेंगे
- पर्यटकों के लिए लेजर लाइट शो और साउंड सिस्टम जैसी आधुनिक सुविधाएं जोड़ी जाएंगी।
- पानी के फव्वारे और पार्क बनाए जाएंगे ताकि लोग घूमने-फिरने का आनंद ले सकें।
- इसे वेटलैंड घोषित करने की दिशा में भी काम किया जा रहा है, जिससे झील और ज्यादा संरक्षित व विकसित होगी।
होटल और ठहरने की व्यवस्था
- पर्यटकों की सुविधा के लिए बेहतर होटलों का निर्माण किया जाएगा।
- सरिस्का के बफर एरिया से दूर निजी जमीनों पर होटल बनाए जाएंगे।
- बफर एरिया में बने कुछ होटलों पर कार्रवाई की संभावना के चलते दूसरी जगहें विकसित की जाएंगी।
पीपीपी मॉडल पर होगा विकास
सभी पानी से जुड़ी गतिविधियां पीपीपी (पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप) मॉडल पर संचालित की जाएंगी, जिससे बेहतर सेवाएं और सुविधाएं मिलेंगी।
निष्कर्ष: सरकार की इस योजना से सिलीसेढ़ का पर्यटन क्षेत्र पूरी तरह विकसित होगा और यह देशभर के पर्यटकों के लिए एक आकर्षक स्थल बनेगा।