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कोरबा: बच्चों में बढ़ रहा मोबाइल और ईयरफोन का इस्तेमाल, सुनने की समस्या बढ़ी
छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में बच्चों का मोबाइल और ईयरफोन का ज्यादा इस्तेमाल खतरनाक साबित हो रहा है। बच्चे फिल्में, गाने और सोशल मीडिया की रील्स तेज आवाज में सुन रहे हैं, जिससे उनके कानों को नुकसान पहुंच रहा है।
बच्चों की सुनने की शक्ति हो रही कमजोर
- बच्चे 5-6 घंटे तक लगातार ईयरफोन लगाए रहते हैं।
- तेज आवाज में सुनने से कान के पर्दे पर असर पड़ता है।
- मेडिकल कॉलेज अस्पताल में हर दिन 8-10 बच्चे कान की समस्या लेकर पहुंच रहे हैं।
- डॉक्टरों का कहना है कि ईयरफोन के अधिक उपयोग से कान में इन्फेक्शन हो सकता है।
ईयरफोन से कान की समस्या के मामले बढ़े
- 15 वर्षीय किशोर लगातार सोशल मीडिया, गाने सुनने और रील्स देखने के कारण सुनने की समस्या से जूझ रहा है।
- 16 वर्षीय किशोर ऑनलाइन कोचिंग और फिल्में देखने के कारण कान में परेशानी का शिकार हुआ।
- डॉक्टरों ने ईयरफोन के कम उपयोग की सलाह दी है।
ईयरफोन के अधिक इस्तेमाल से क्या नुकसान?
- एक ही ईयरफोन को अलग-अलग लोग इस्तेमाल कर रहे हैं, जिससे इन्फेक्शन बढ़ रहा है।
- ईयरफोन से कान की नलिका में मैल जमा हो सकता है, जिससे रुकावट आती है।
- तेज आवाज से कान के पर्दे को नुकसान हो सकता है।
डॉक्टरों की सलाह
डॉ. हरबंश सिंह का कहना है कि बच्चों को ईयरफोन का कम इस्तेमाल करना चाहिए और तेज आवाज में सुनने से बचना चाहिए। इससे कान को सुरक्षित रखा जा सकता है और सुनने की शक्ति बनी रहेगी।