रायपुर: छत्तीसगढ़ के मेडिकल कॉलेज कैंसर रीजनल सेंटर की स्टडी में बड़ा खुलासा हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार, तंबाकू और गुटखा के सेवन से मुंह और गले के कैंसर के सबसे ज्यादा मरीजों की मौत हो रही है।
मुंह और गले के कैंसर से बढ़ रही मौतें
- पिछले 5 साल में 4624 मरीजों का इलाज किया गया, जिसमें से 885 मरीज ही जीवित बच पाए, यानी 19% मरीजों की ही जान बच पाई।
- बाकी मरीजों की कैंसर से मौत हो चुकी है।
- रिपोर्ट पं. जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के कैंसर सेंटर में की गई स्टडी पर आधारित है।
छत्तीसगढ़ में कैंसर के बढ़ते मामले
- प्रदेश में तंबाकू, गुटखा और गुड़ाखू का सेवन सबसे बड़ा कारण है।
- बचपन से ही तंबाकू खाने की आदत के कारण मुंह और गले का कैंसर हो रहा है।
- ह्यूमन पेपीलोमा वायरस (HPV) भी मुंह के कैंसर के लिए जिम्मेदार है।
- हाल ही में इंटरनेशनल जर्नल लैंसेट की रिपोर्ट के अनुसार, भारत कैंसर से मौत के मामलों में दुनिया में दूसरे नंबर पर है। पहला नंबर चीन का है।
तंबाकू और शराब से बढ़ रहा कैंसर का खतरा
- तंबाकू में मौजूद कैंसरकारी तत्व (कार्सिनोजेंस) शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं।
- सिगरेट, बीड़ी, गुटखा, पाइप तंबाकू और सूंघने वाले तंबाकू से कैंसर का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।
- शराब पीने से कैंसरकारी तत्व कोशिकाओं में प्रवेश कर उन्हें नुकसान पहुंचाते हैं।
पांच साल में इलाज के आंकड़े
- 2019 से 2023 तक 18600 मरीजों का इलाज हुआ, जिनमें से 3832 मरीज ठीक हुए।
- कैंसर के इलाज के लिए कीमोथेरेपी, रेडियोथेरेपी, सर्जरी और इम्यूनोथेरेपी की सुविधा उपलब्ध है।
- मरीजों में छत्तीसगढ़ के अलावा मध्यप्रदेश, ओडिशा, उत्तरप्रदेश और महाराष्ट्र के लोग भी शामिल हैं।
महिलाओं में कैंसर के मामले
- महिलाओं में सबसे ज्यादा ब्रेस्ट और गर्भाशय ग्रीवा (सर्वाइकल कैंसर) के मामले देखे गए हैं।
- 5 साल में ब्रेस्ट कैंसर के 36% मरीज (2043 में से 733) ठीक हुए।
- गर्भाशय ग्रीवा कैंसर के 30% मरीज (2991 में से 871) ठीक हुए।
अन्य कैंसर के मरीजों का हाल
- कैंसर सेंटर में 8731 अन्य कैंसर मरीजों का इलाज किया गया।
- इनमें से 15% मरीज (1343) पूरी तरह ठीक हो चुके हैं।
- इनमें फेफड़े, ब्रेन ट्यूमर, हड्डी, ब्लड, पेट, आंत, आंख और किडनी के कैंसर शामिल हैं।
डॉक्टरों की राय
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डॉ. विवेक चौधरी (सीनियर कैंसर विशेषज्ञ, नेहरू मेडिकल कॉलेज):
- तंबाकू और गुटखा मुंह और गले के कैंसर का सबसे बड़ा कारण है।
- तंबाकू खाने वाले लोग तुरंत सावधान हो जाएं।
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डॉ. युसूफ मेमन (सीनियर कैंसर सर्जन):
- फेफड़े का कैंसर ज्यादातर स्मोकिंग (धूम्रपान) करने वालों में होता है।
- ब्लड कैंसर के मामले बच्चों में ज्यादा पाए गए हैं, जो चिंताजनक है।
- जन्मजात कारणों से भी ब्लड कैंसर के केस सामने आए हैं।
निष्कर्ष
तंबाकू और गुटखा से होने वाले कैंसर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। सरकार और स्वास्थ्य विशेषज्ञ लगातार जागरूकता बढ़ाने पर जोर दे रहे हैं। लोगों को चाहिए कि वे तंबाकू और शराब जैसी हानिकारक आदतों से बचें और स्वस्थ जीवन अपनाएं।