शिक्षा नगरी कोटा को विज्ञान का नया तोहफा
कोटा में एक नया साइंस सेंटर और डिजिटल प्लेनेटोरियम बन रहा है, जहां बच्चे खेल-खेल में विज्ञान और खगोल से जुड़ी जानकारियां हासिल कर सकेंगे। यह देश का 29वां डिजिटल प्लेनेटोरियम होगा, जहां विद्यार्थी 3D तकनीक से ग्रह-नक्षत्र और खगोलीय घटनाओं को समझ पाएंगे। अभी तक 40% निर्माण कार्य पूरा हो चुका है और दिसंबर तक सिविल निर्माण पूरा होने की उम्मीद है।
विज्ञान के प्रयोगों से मिलेगी सीख
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के सहायक निदेशक विकास शर्मा के अनुसार, यह साइंस सेंटर केंद्र और राज्य सरकार के संयुक्त प्रोजेक्ट के तहत बनाया जा रहा है। यहाँ पर विद्यार्थियों को गति, ऊर्जा, चुंबकीय सिद्धांत, प्रकाश के परावर्तन-अपवर्तन, टॉर्नेडो निर्माण, ध्वनि और इंफ्रारेड जैसे वैज्ञानिक सिद्धांतों को प्रयोगों के माध्यम से समझाया जाएगा।
यहाँ कई साइंस गैलेरी होंगी, जिनमें प्राकृतिक संसाधन, पर्यावरण, भौतिकी, प्राणिविज्ञान और इलेक्ट्रॉनिक्स से जुड़े मॉडल प्रदर्शित किए जाएंगे।
अब बनेगा इनोवेशन हब भी
साइंस सेंटर के अंदर एक इनोवेशन हब भी बनाया जाएगा। इसके निर्माण के लिए 2.6 करोड़ रुपये का प्रस्ताव रखा गया है। इसमें हॉल ऑफ फेम, इनोवेशन रिसोर्स सेंटर, आइडिया लैब, डिजाइन स्टूडियो, जोड़-तोड़ एरिया, कबाड़ से जुगाड़ और गतिविधि कॉर्नर जैसी सुविधाएं होंगी। राज्य सरकार ने 2025-26 के बजट में इसके लिए घोषणा कर दी है।
क्या-क्या सुविधाएं होंगी?
- ऑडिटोरियम: 80-85 सीटों वाला ऑडिटोरियम, जहां विज्ञान से जुड़ी फिल्में दिखाई जाएंगी।
- वैज्ञानिक मॉडल: 50 इनडोर और 50 आउटडोर वैज्ञानिक मॉडल लगाए जाएंगे।
- नए विषय: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, नैनो टेक्नोलॉजी, एस्ट्रोफिजिक्स और बायोटेक्नोलॉजी को भी शामिल किया जाएगा।
- मिनी तारामंडल: साइंस सेंटर के साथ एक मिनी तारामंडल भी तैयार होगा, जिससे विद्यार्थी खगोल विज्ञान की दुनिया को और बेहतर समझ सकेंगे।
35 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा यह साइंस सेंटर, कोटा के विद्यार्थियों के लिए विज्ञान सीखने का अनोखा अनुभव लेकर आएगा।