देवास: भारत की चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में जीत के बाद देशभर में जश्न का माहौल था, लेकिन मध्य प्रदेश के देवास में यह जश्न हंगामे और विवाद में बदल गया। सयाजी गेट पर भारी भीड़ इकट्ठा हुई, जहां कुछ लोगों ने हुड़दंग मचाना शुरू कर दिया। हालात काबू करने पहुंची पुलिस से कुछ युवकों ने अभद्रता की, जिससे कोतवाली टीआई अजयसिंह गुर्जर को वहां से हटना पड़ा।
🔹 मोमोज विक्रेता पर पुलिस की बर्बरता
इस दौरान पुलिस पर एक मोमोज विक्रेता को बेरहमी से पीटने का आरोप लगा। सयाजी द्वार के पास मोमोज का ठेला लगाने वाले अखिलेश यादव (निवासी अष्टविनायक कॉलोनी) अपनी दुकान बंद कर घर जाने की तैयारी कर रहे थे, तभी पुलिसकर्मियों ने उन पर लाठियां चला दीं।
- पिटाई में अखिलेश के सिर और होंठ पर गहरी चोटें आईं।
- हालत बिगड़ने पर उन्हें इंदौर रेफर किया गया।
- इस घटना का CCTV फुटेज वायरल हुआ, जिसके बाद पुलिसकर्मी को लाइन अटैच कर दिया गया और जांच के आदेश दिए गए।
🔹 व्यापारियों का गुस्सा, पुलिस पर मनमानी के आरोप
सोमवार को स्थानीय व्यापारियों ने पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन किया और दोषी पुलिसकर्मी पर सख्त कार्रवाई की मांग की। व्यापारी संघ के नेताओं ने आरोप लगाया कि पुलिस दुकानदारों से बदसलूकी और मनमानी करती है।
🔹 हुड़दंगियों को नंगे पैर घुमाया, पुलिस की कार्रवाई पर सवाल
पुलिस ने जश्न के दौरान बवाल करने वाले कुछ युवकों को गिरफ्तार किया और उन्हें सयाजी द्वार तक नंगे पैर जुलूस की शक्ल में घुमाया। इस कार्रवाई की कानूनी वैधता पर सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि कानून में ऐसी सजा का कोई प्रावधान नहीं है।
🔹 पुलिस प्रशासन की सफाई
एसपी पुनीत गेहलोद ने कहा कि वीडियो फुटेज के आधार पर हुड़दंग करने वालों को पकड़ा गया। उन्होंने यह भी दावा किया कि आरोपियों ने खुद अपनी पहचान छिपाने के लिए सिर मुंडवा लिए थे।
🔹 सुरक्षा इंतजामों में लापरवाही
इस पूरे घटनाक्रम में पुलिस की लापरवाही भी उजागर हुई।
- पहले भी जब भारत ने पाकिस्तान और न्यूजीलैंड को हराया था, तो सयाजी द्वार पर भीड़ जुटी थी।
- इसके बावजूद रविवार रात सुरक्षा के लिए कोई खास इंतजाम नहीं किए गए।
- इस कारण हालात बेकाबू हो गए और पुलिस को सख्त कार्रवाई करनी पड़ी।
👉 अब प्रशासन ने सयाजी द्वार पर अतिरिक्त सुरक्षा इंतजाम करने का फैसला किया है।