
सर्दी के मौसम में गाॅंवों में बेर के झाड़ियां लाल-पीले रंग के मीठे बेरों से लद गई हैं। अब ये बेर सिर्फ बच्चों के लिए नहीं, बल्कि महिलाओं और पुरुषों के लिए भी आमदनी का जरिया बन गए हैं। खेतों, मेड़ों और सड़कों के किनारे खड़ी इन झाड़ियों से बेर तोड़कर ग्रामीण लोग इन्हें इकट्ठा कर रहे हैं और बाजार में बेचकर पैसा कमा रहे हैं।