टीम इंडिया ने आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल में न्यूजीलैंड को 4 विकेट से हराकर खिताब अपने नाम कर लिया। यह भारत का तीसरा चैंपियंस ट्रॉफी खिताब है। इस टूर्नामेंट में भारतीय टीम का प्रदर्शन शानदार रहा और रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम ने बिना कोई मैच हारे खिताब जीत लिया।
भारत की अब तक की आईसीसी ट्रॉफियां
भारतीय क्रिकेट टीम ने अब तक 7 आईसीसी ट्रॉफी जीती हैं—
- 1983 वनडे वर्ल्ड कप (कपिल देव की कप्तानी में)
- 2007 टी20 वर्ल्ड कप (एमएस धोनी की कप्तानी में)
- 2011 वनडे वर्ल्ड कप (एमएस धोनी की कप्तानी में)
- 2013 चैंपियंस ट्रॉफी (एमएस धोनी की कप्तानी में)
- 2024 टी20 वर्ल्ड कप (रोहित शर्मा की कप्तानी में)
- 2025 चैंपियंस ट्रॉफी (रोहित शर्मा की कप्तानी में)
आईसीसी की ट्रॉफी क्यों लौटानी होती है?
आईसीसी टूर्नामेंट जीतने वाली टीम को ट्रॉफी कुछ समय के लिए ही दी जाती है, लेकिन बाद में इसे आईसीसी को वापस सौंपना पड़ता है। वनडे वर्ल्ड कप, टी20 वर्ल्ड कप या चैंपियंस ट्रॉफी सभी के साथ यही नियम लागू होता है।
तो क्या भारतीय टीम के पास आईसीसी ट्रॉफी नहीं होती?
- हां, भारतीय टीम के पास असली ट्रॉफी नहीं रहती, लेकिन आईसीसी हर टूर्नामेंट के लिए एक डुप्लीकेट ट्रॉफी बनवाती है, जिसे विजेता टीम को बाद में दिया जाता है।
- यही डुप्लीकेट ट्रॉफी हमेशा के लिए टीम इंडिया की हो जाती है।
- सभी आईसीसी ट्रॉफियां BCCI के हेड ऑफिस में रखी जाती हैं, जो मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में स्थित है।
बायलेटरल सीरीज में अलग नियम
आईसीसी टूर्नामेंट में ट्रॉफी लौटानी पड़ती है, लेकिन बायलेटरल (द्विपक्षीय) सीरीज में ऐसा नहीं होता। जो भी टीम सीरीज जीतती है, वह ट्रॉफी हमेशा अपने पास रखती है।
इस तरह, टीम इंडिया भले ही असली ट्रॉफी आईसीसी को लौटा दे, लेकिन उसकी यादगार ट्रॉफी हमेशा BCCI के पास रहती है।