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सीकर: होली के मौके पर शेखावाटी के लोगों के लिए अच्छी खबर आई है। यमुना नहर प्रोजेक्ट की डीपीआर (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार करने के लिए हरियाणा सरकार ने टास्क फोर्स का गठन कर लिया है। यह टीम चार महीने में डीपीआर तैयार करेगी, जिसके बाद प्रोजेक्ट पर काम शुरू होगा। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने विधानसभा में संशोधित बजट घोषणाओं के दौरान यह जानकारी दी।
एक साल से अधर में था प्रोजेक्ट
🔹 यमुना जल प्रोजेक्ट पिछले 12 महीने से टास्क फोर्स के गठन में अटका हुआ था।
🔹 17 फरवरी 2023 को नई दिल्ली में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, हरियाणा के तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर और राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के बीच इस प्रोजेक्ट पर समझौता हुआ था।
🔹 राजस्थान सरकार ने 14 मार्च को डीपीआर तैयार कर हरियाणा सरकार को भेज दी थी, लेकिन लोकसभा और विधानसभा चुनावों की वजह से इस पर काम आगे नहीं बढ़ पाया।
🔹 अब हरियाणा सरकार ने टास्क फोर्स बना दी है, जिससे परियोजना की प्रक्रिया तेज हो गई है।
हरियाणा और राजस्थान के छह जिलों को मिलेगा पानी
🚰 यमुना नहर प्रोजेक्ट के तहत हरियाणा और राजस्थान के छह जिलों को यमुना का बाढ़ का पानी मिलेगा।
📍 हरियाणा के भिवानी, चरखी-दादरी और हिसार से होते हुए यह पानी राजस्थान के शेखावाटी (सीकर, चूरू, झुंझुनूं) जिलों तक पहुंचेगा।
📍 पानी को भूमिगत पाइप लाइनों के जरिए लाया जाएगा।
शेखावाटी को 123 दिन मिलेगा पानी
💧 समझौते के तहत शेखावाटी के सीकर, चूरू और झुंझुनूं जिलों को यमुना की बाढ़ का 1917 क्यूसेक पानी मिलेगा।
🌧️ यह पानी जुलाई से अक्टूबर (123 दिनों तक) बरसात के दौरान उपलब्ध रहेगा।
🏞️ इस पानी का भंडारण कर पूरे साल उपयोग किया जाएगा ताकि पूरे अंचल को पानी की आपूर्ति हो सके।
👉 अब टास्क फोर्स के गठन के बाद उम्मीद है कि जल्द ही शेखावाटी को यमुना का पानी मिलेगा और जल संकट दूर होगा। 🚰