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केरल की 18 वर्षीय श्रीनंदा की डाइटिंग के कारण हुई दुखद मृत्यु ने तेजी से वजन घटाने के खतरों पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि बहुत जल्दी वजन कम करने की कोशिश शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकती है।
तेजी से वजन घटाने की चाह: एक खतरनाक चलन
आजकल सोशल मीडिया पर कई डाइट प्लान मिलते हैं, जो कुछ ही घंटों या दिनों में वजन कम करने का दावा करते हैं। लेकिन ऐसे तरीके सेहत को नुकसान पहुंचा सकते हैं और कमजोरी, चक्कर आना, और पाचन संबंधी समस्याएं पैदा कर सकते हैं।
क्या पतलापन ही सुंदरता का मानक है?
श्रीनंदा की मौत यह सवाल उठाती है कि क्या सिर्फ पतला होना ही सुंदरता का पैमाना है? महिलाएं अक्सर समय की कमी के कारण जल्दी असर दिखाने वाले उपायों को अपनाती हैं, जो कई बार खतरनाक साबित होते हैं।
क्या शरीर को डिटॉक्स की जरूरत है?
अक्सर लोग डिटॉक्स डाइट अपनाते हैं, लेकिन सच यह है कि हमारा शरीर खुद ही पसीने और मूत्र के जरिए विषाक्त पदार्थ बाहर निकालता है। इसलिए जबरदस्ती डिटॉक्स करने की जरूरत नहीं होती।
एनोरेक्सिया नर्वोसा: एक गंभीर बीमारी
कई लोग अपने वजन को लेकर ज्यादा चिंता करने लगते हैं और बहुत कम खाना शुरू कर देते हैं। इसे एनोरेक्सिया नर्वोसा कहते हैं, जो एक मानसिक विकार है। ऐसे मामलों में डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी होता है।
वजन घटाने के लिए सही तरीका क्या है?
स्वस्थ जीवनशैली अपनाना जरूरी है। वजन घटाने के लिए संतुलित आहार लें, नियमित व्यायाम करें और विशेषज्ञ की सलाह लें। किसी भी फैड डाइट के चक्कर में न पड़ें, क्योंकि यह शरीर को नुकसान पहुंचा सकती है।