जयपुर में कल सफाई कर्मचारियों की हड़ताल होगी। संयुक्त वाल्मिकी एवं सफाई श्रमिक संघ ने सफाई कर्मचारियों की भर्ती में संघ की शर्तें नहीं मानने के विरोध में हड़ताल का निर्णय लिया है। संघ के अध्यक्ष नंदकिशोर डंडोरिया ने बताया कि उनकी प्रमुख मांग मस्टरोल के आधार पर और आरक्षण मुक्त सफाई कर्मचारियों की भर्ती है।
संघ की मांगें
- मस्टरोल के आधार पर भर्ती: सफाई कर्मचारियों की भर्ती मस्टरोल के आधार पर की जाए, जिसमें 1 साल तक पहले कर्मचारी से काम करवाया जाए, उसके बाद नियुक्ति दी जाए।
- वाल्मिकी समाज के अभ्यर्थियों को प्राथमिकता: वाल्मिकी समाज के अभ्यर्थियों को प्राथमिकता दी जाए।
- कोर्ट में विचाराधीन मामलों का निपटारा: पूर्व की जिन भर्तियों में कोर्ट में मामला विचाराधीन है या जिन पर निर्णय हो चुका है, उनमें नियुक्ति के आदेश जारी किए जाएं।
पृष्ठभूमि
नगर निगम ग्रेटर मुख्यालय पर आज हुई संघ की बैठक के बाद डंडोरिया ने बताया कि प्रदेश में सरकार ने जो 24 हजार 797 पदों पर सफाई कर्मचारी की भर्ती की है, उसमें संघ ने कुछ संशोधन के प्रस्ताव सरकार को दिए थे। इन मांगों पर सरकार और संघ के बीच 15 मार्च को समझौता भी हुआ था। समझौते में नगरीय निकायों में काम करने वाले अस्थायी सफाई कर्मचारियों को वरियता देने और कोर्ट में विचाराधीन मामलों पर नीतिगत निर्णय करके नियुक्ति देने पर सहमति बनी थी।
प्रभाव
जयपुर नगर निगम ग्रेटर और हेरिटेज में वर्तमान में 8 हजार से ज्यादा सफाई कर्मचारी कार्यरत हैं। ये कर्मचारी कल से हड़ताल पर जाएंगे। इनके हड़ताल पर जाने से जयपुर शहर में सफाई का काम प्रभावित हो सकता है।
सफाई कर्मचारियों की हड़ताल के कारण शहर में साफ-सफाई की समस्या उत्पन्न हो सकती है। संघ की मांगें पूरी होने तक हड़ताल जारी रहने की संभावना है।